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Official language implementation committee (राजभाषा कार्यान्वयन समिति)

 

चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति

राजभाषा कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष - महाप्रबंधक, श्री सतीश कुमार कश्यप

राजभाषा कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष - मुराधि एवं प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, श्री उपेन्द्र कुमार पांडेय्

सदस्य सचिव - राजभाषा अधिकारी, डॉ. मधुसूदन दत्त

समिति के अन्य सदस्य:-  प्रधान वित्त सलाहकार, प्रधान मुख्य विद्युत इंजीनियर, प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक, मुख्य सतर्कता अधिकारी, प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी, आईजी/रेसुबल, प्रधान मुख्य चिकित्सा अधिकारी, प्रधान मुख्य इंजीनियर, प्रमुविइं/वि/(डानकुनी), मुसाप्र/मुख्या.(चिरेका), मुविइं(विनिर्माण), मुविइं(लोको), मुविइं(क.मो), मुविइं(यो.व नि.), मुविइं/डी एंड डी, विसमुलेधि(पी), मुयांइं(विनिर्माण.), मुयांइं(इ.फा.), मुसाप्र/विद्युत/कोलकाता, उप मुकाधि/प्र., उप महाप्रबंधक, वईडीपीएम, रसा व धातुविद, महाप्रबंधक के सचिव, जनसंपर्क अधिकारी, प्राचार्य/त.प्र.केन्द्र, निदेशक (राजभाषा), रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली

 

चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दिनांक 22.03.2023 को आयोजित 151वीं बैठक का कार्यवृत्त

 

महाप्रबंधक/चिरेका की अध्यक्षता में चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 151वीं बैठक दिनांक 22.03.2023 को 11.30 बजे महाप्रबंधक सभाकक्ष में आयोजित की गई। इस बैठक में प्रधान विभागाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों तथा अन्य सदस्यों ने भाग लिया। राजभाषा अधिकारी ने समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया और कार्यवाही प्रारम्भ की ।

          

151.1 मुराधि का संबोधन

मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर श्री उपेन्द्र कुमार पाण्डेय् ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि चिरेका राजभाषा नियम 1976 के अनुसार 'ग' क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। गृह मंत्रालय के वर्ष 2022-23 के वार्षिक कार्यक्रम के अनुसार हिंदी में मूल पत्राचार 55%, फाइलों पर टिप्पणी 30%, हिंदी में डिक्टेशन या की-बोर्ड पर सीधे टंकण 30%, वेबसाइट द्विभाषी में 100% होना अपेक्षित है। साथ ही धारा 3(3) के अन्तर्गत आने वाले सभी कागजात शत-प्रतिशत द्विभाषी रूप में जारी किए जाने आवश्यक हैं। हालांकि चिरेका ने मूल पत्राचार और धारा 3(3) के लक्ष्यों को प्राप्त कर लिया है परन्तु फाइलों पर टिप्पणी और हिंदी में डिक्टेशन में हम अभी भी लक्ष्य से पीछे हैं । इन सभी निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार राजभाषा हिंदी में कार्य करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है, जिसके लिए हम सबको पहल कर लक्ष्यों को प्राप्त करना है।

   

               बैठक के प्रारम्भ होने से पहले पिछली तिमाही के दौरान हिंदी में प्रशंसनीय कार्य करने वाले पांच कर्मचारियों को प्रमाण-पत्र सहित नकद पुरस्कार से महाप्रबंधक के कर-कमलों द्वारा पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही रेलवे बोर्ड की राजभाषा व्यक्तिगत नकद पुरस्कार योजना वर्ष 2020 के अन्तर्गत तीन कर्मचारियों को रेलवे बोर्ड द्वारा दिए गए प्रमाणपत्र से पुरस्कृत किया गया ।

 

151.2   निर्धारित प्रयोजनों में हिंदी-अंग्रेजी का प्रयोग

151.2.1 धारा 3(3) का अनुपालन

सितम्बर, 22 एवं दिसम्बर, 22 की तिमाही के दौरान क्रमशः 257 एवं 188 प्रलेख द्विभाषी रूप में जारी किए गए। निष्पादन लक्ष्य के अनुरूप 100% रहा । सभी सदस्यों से इस लक्ष्य को बनाए रखने का अनुरोध किया गया।

                                                                                                                        (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

151.2.2        हिंदी में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में दिया जाना  

सितम्बर, 22 तिमाही में कुल 173 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें से 90 का हिंदी में उत्तर दिया गया । शेष 83 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे । दिसम्बर, 22 तिमाही में कुल 145 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें 70 का हिंदी में उत्तर दिया गया। शेष 75 पत्रों का उत्तर देना आवश्यक नहीं था। राधि ने कहा कि राजभाषा नियम के अनुसार हिंदी में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में दिए जाने चाहिए। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों से इस लक्ष्य को बनाए रखने के लिए अनुरोध किया।  

                                                                                                                                    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

151.2.3 मूल पत्राचार

चिरेका "ग" क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। हिंदी में मूल पत्राचार का लक्ष्य 55% है । राधि ने कहा कि          सितम्बर, 22 और दिसम्बर, 22 तिमाही में हमने लक्ष्य के अनुसार पत्राचार किया है तथापि सभी से अनुरोध


 

किया जाता है कि मूल पत्राचार अधिक से अधिक हिंदी में करने का यथासंभव प्रयास किए जाएं । महाप्रबंधक महोदय जी ने सभी विभागाध्यक्षों से कहा कि मूल पत्राचार में अधिकांश आंकड़े शून्य दर्शाए जाते हैं । इस पर सभी ध्यान दें तथा मूल पत्राचार को अधिक से अधिक बढ़ाया जाए।

                                                                                                                                    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

151.3 रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष / फाइल कवरों पर विषय आदि

चिरेका के अधिकांश विभागों में प्रयुक्त रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष/फाइल कवरों पर विषय आदि अधिकतर द्विभाषी  हैं । राधि ने बताया कि राजभाषा निरीक्षण के दौरान नई खोली गई कुछ फाइलों पर विषय आदि केवल अंग्रेजी में लिखे गए हैं । किस विभाग में इस तरह की फाइल पाई गई, उसका उल्लेख किया जाना चाहिए । इस पर महाप्रबंधक महोदय ने कहा कि जिस अधिकारी के पास फाइल कवर पर विषय आदि हिंदी-अंग्रेजी द्विभाषी में लिखें नहीं आते हैं, तो उसे तुरंत वापस कर दिया जाए ।

                                                                                                                     (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

 

151.4 रबड़ की मोहरें/धातु सीलें/नामपट्ट/सूचना बोर्ड तथा दीवारों/फर्नीचरों/उपकरणों आदि पर द्विभाषी अंकन

चिरेका के सभी विभागों में प्रयुक्त रबड़ की मोहरें/धातु सीलें द्विभाषी हैं। नाम पट्ट/सूचना बोर्ड त्रिभाषी हैं तथा दीवारों फर्नीचर/उपकरणों आदि पर द्विभाषी अंकित है । महाप्रबंधक महोदय ने कहा कि अभी भी चित्तरंजन नगरी में कई स्थानों पर लगे बोर्डों पर हिंदी वर्तनी में अशुद्धियाँ हैं ।  संबंधित अधिकारी से इस पर विशेष रूप से ध्यान दिए जाने का अनुरोध किया गया ।  

                                     

                                                                               (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी)

151.5   हिंदी में प्रशिक्षण

चिरेका/चित्तरंजन में हिंदी शिक्षण योजना के अधीन संचालित हिंदी भाषा प्रशिक्षण के सत्र जुलाई-नवम्बर, 2022 में कुल 45 (प्रवीण- 17, प्राज्ञ-10 एवं पारंगत-18) कर्मचारी उत्तीर्ण हुए। जनवरी-मई, 2023 सत्र की कक्षाएं जनवरी, 2023 माह से प्रारम्भ हुईं, इस सत्र में प्रवीण, प्राज्ञ और पारंगत में क्रमशः 33,22 एवं 45 कर्मचारी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इसकी परीक्षा मई, 2023 के तीसरे सप्ताह में होगी। तकनीकी प्रशिक्षण केन्द्र में फरवरी, 2023 माह से हिंदी टंकण प्रशिक्षण सत्र फरवरी-जुलाई, 2023 प्रारम्भ किया गया । जिसमें कुल 15 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसकी परीक्षा जुलाई, 2023 में सम्पन्न होगी।

            (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी)

  1. छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करना

राधि ने बताया कि नई व्यवस्था के अनुसार पास/पीटीओ हेतु आवेदन ऑन-लाइन किया जाना है । फिलहाल एचआरएमएस में यह व्यवस्था केवल अंग्रेजी में है । हिंदी भाषा में यह शुरू किए जाने पर फॉर्म ऑन-लाइन हिंदी में भरे जाएंगें।                                                                            (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

 

151.7 वेबसाइट

राधि ने समिति को सूचित किया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार चिरेका के सभी विभागों की वेबसाइट द्विभाषी में उपलब्ध है । सभी से अनुरोध है कि इसे अद्यतन करने के साथ-साथ निरंतरता बनाए रखी जाए। इसके लिए संबंधित विभाग की सक्रियता और जागरूकता जरूरी है।

                                                                                                                                    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)


 

151.8   पुस्तकालय

चिरेका के सभी विभागों में हिंदी पुस्तकालय अवस्थित है। इसके अतिरिक्त प्रशासन भवन में एक सामान्य पुस्तकालय सुचारू रुप से चलाया जा रहा है। इस पुस्तकालय में हिंदी, अंग्रेजी एवं बांग्ला भाषाओं की पुस्तकें उपलब्ध हैं। सभी अधिकारियों से अनुरोध है कि वे अपने-अपने विभाग में स्थित पुस्तकालय के साथ-साथ सामान्य पुस्तकालय/महाप्रबंधक कार्यालय का भी अधिकाधिक लाभ उठाएं।

                                                                                                                                                                                              ( कार्रवाईः संबंधित विभाग)

 

  1. भर्ती/विभागीय पदोन्नति परीक्षाओं में हिंदी का वैकल्पिक माध्यम

रेलवे बोर्ड के पत्र सं. हिंदी 87/रा.भा.1/10/3 दिनांक 3/11/1988 के अनुसार विभागीय परीक्षाओं में पूर्णांक का 10% प्रश्न राजभाषा संबंधी होना चाहिए। साथ ही विभागीय पदोन्नति परीक्षाओं में हिंदी के वैकल्पिक माध्यम देने संबंधी रेलवे बोर्ड द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

                                                                                                            (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

  1. प्रोत्साहन  योजनाएं

चिरेका में लागू प्रोत्साहन योजनाओं से संबंधित सूचना सभी विभागों को समय-समय पर दी जाती है। राधि ने राजभाषा की प्रोत्साहन योजनाओं का सही लाभ उठाने का अनुरोध उपस्थित सदस्यों से किया।

                                                                                                                      ( कार्रवाईः सभी संपर्क अधिकारी)

 

  1. समिति के सदस्यों के विचार

 

आईजी/रेसुब ने सुझाव दिया कि पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों की संख्या का उल्लेख विभागवार किया जाए। साथ ही पिछली तिमाही में कौन-कौन सी परीक्षाएं आयोजित की गईं, इन परीक्षाओं में कितनों में प्रश्न-पत्र द्विभाषी थे, कितने अभ्यर्थियों ने हिंदी में उत्तर दिया । इन सभी आंकड़ों को विभागवार दर्शाया जाए । इस पर मुख्य राजभाषा अधिकारी ने कहा कि यह ( परीक्षा संबंधी ) डाटा सभी विभागों द्वारा दिया जाए । 

 

श्री  आर.के.वर्णवाल, प्रमुकाधि ने सुझाव दिया कि राजभाषा विभाग के कार्मिक सभी विभागों में जाकर हिंदी संबंधी कार्य का निरीक्षण करें।

 

प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक के प्रतिनिधि ने सुझाव दिया कि टेंडर फॉर्म द्विभाषी कर दिए जाएं । "क" क्षेत्र से प्राप्त पत्र का मुहर डाक बाबू के पास उपलब्ध कराया जा सकता है,जिससे मूल पत्राचार में लक्ष्य के प्रतिशत को बढ़ाया जा सकता है। साथ ही कर्मचारियों को शब्दकोश उपलब्ध करवाया जाए और ऑटो जेनरेटेड मैसेज/आज का शब्द वेब पेज एप्लीकेशन द्वारा डिसप्ले किया जाए, जिससे कर्मचारियों के बीच हिंदी शब्दों के प्रति बढ़ेगी।

 

श्री एम.के.गुप्ता, मुख्य विद्युत इंजीनियर/लोको ने सुझाव दिया कि संरक्षा पर एक सेमिनार हिंदी में किया जाए और आशुलिपिकों को प्रशिक्षित किया जाए । सांस्कृतिक कार्यक्रम भी करवाएं जाने चाहिए ताकि कर्मचारियों में उत्साह का बढ़ेगा ।

 

मुसाप्र/ विद्युत/डानकुनी के प्रतिनिधि उप मुसाप्र-। ने बताया कि उनके यहां एक डिसप्ले बोर्ड बनाया गया है, जिसमें आज का शब्द प्रतिदिन लिखा जाता है।

 

श्री पी.के.खत्री, व.उमप्र/मुसतधि ने सुझाव दिया कि हिंदी के प्रयोग-प्रसार को बढ़ावा देने के लिए प्रति तिमाही एक नाटक का मंचन किया जाए। विख्यात साहित्यकारों की सूक्तियाँ को डिसप्ले बोर्ड में दिखाया जाए।

 

श्री एन.के.प्रसाद, व.ई.डी.पी.एम ने सुझाव दिया कि राकास की बैठक विभागीय स्तर पर भी आयोजित की जाए।

 

                 महाप्रबंधक महोदय ने राजभाषा विभाग की गृह-पत्रिका  "अजय धारा"  का मुद्रण एवं प्रकाशन शुरू करने का निदेश दिया । उन्होंने कहा कि पत्रिका मई, 2023 में होने वाली राकास की बैठक में निकाली जाए और जिसमें चिरेका में विभिन्न अवसरों पर हुई सांस्कृतिक कार्यक्रमों और राजभाषा विभाग की गतिविधियों को बैक कवर पर दिखाया जाए । रचनाएं सभी विभागों से आमंत्रित की जाएं । 

 

महाप्रबंधक महोदय ने अपने संबोधन भाषण में कहा कि वह भाषा सबसे अधिक श्रेयस्कर है जो अधिक से अधिक लोगों को जोड़ सके और इस दृष्टिकोण से भारत में हिंदी सर्वाधिक सक्षम और समर्थ भाषा है। हमारे संविधान ने हिंदी को राजभाषा के रूप में अंगीकार किया है। यह संपूर्ण भारतवर्ष को एकता के सूत्र में पिरोने का काम करती है। इसकी महत्ता को बनाए रखना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। हम सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हिंदी की सरलता, सुगमता, सहजता और एकरूपता पर विशेष ध्यान देते हुए हिंदी में कार्य करना होगा।

 

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसके साथ ही हमारे राष्ट्र निर्माताओं ने यह समझ लिया था कि अपनी भाषा हम सबको एक-दूसरे से जोड़ने का काम करती है। भारत में जो भाषा अधिक से अधिक लोगों को जोड़ती है, वह है हिंदी । इस दृष्टिकोण से भारत में हिंदी सर्वाधिक सक्षम और समर्थ भाषा है।  

 

यदि हम अपने कार्यों में राजभाषा के प्रयोग-प्रसार की समीक्षा करें तो हमें ज्ञात होगा कि अभी भी बहुत कुछ करना शेष है। राजभाषा हिंदी को अपने कार्य की, पत्राचार एवं जनसंवाद की भाषा के रूप में हमें अपनाना होगा और राजभाषा हिंदी को जन-जन तक पहुँचाना गया है। हिंदी साहित्यिक भाषा न होकर कार्यालयी भाषा है, कार्यालय में हिंदी कार्य करने में सरल व सहज शब्दों का प्रयोग करें ।

 

महाप्रबंधक महोदय ने जोर देकर कहा कि रूटीन कार्य हिंदी में ही करें । सभी अधिकारी छुट्टी का आवेदन/दौरा कार्यक्रम आदि हिंदी में प्रस्तुत करें।

 

बैठक के उपरान्त महादेवी वर्मा की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर राजभाषा विभाग की ओर से महादेवी वर्मा पर एक प्रस्तुति दी गई, जिसमें उनके जीवन-वृत्त से संबंधित कुछ झलकियाँ दिखाईं गईं । संरक्षा अधिकारी, वउप महाप्रबंधक व मुसधि, मुराधि ने महादेवी वर्मा की कविताओं का पाठ किया।  साथ ही महाप्रबंधक महोदय ने अपनी स्वरचित कविता का काव्य – पाठ करके सभी को आन्नदविभोर कर दिया।

                     

अंत में, राजभाषा अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के उपरान्त बैठक सम्पन्न हुई

 

 

 

चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दिनांक 26.12.2022 को आयोजित 150वीं बैठक का कार्यवृत्त

     महाप्रबंधक/चिरेका की अध्यक्षता में चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 150वीं बैठक दिनांक 26.12.2022 को 11.30 बजे महाप्रबंधक सभाकक्ष में आयोजित की गई। इस बैठक में प्रधान विभागाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों तथा अन्य सदस्यों ने भाग लिया। राजभाषा अधिकारी ने समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया और कार्यवाही प्रारम्भ की ।

      बैठक के प्रारम्भ होने से पहले पिछली तिमाही के दौरान हिंदी में प्रशंसनीय कार्य करने वाले पांच कर्मचारियों को प्रमाण-पत्र सहित नकद पुरस्कार से महाप्रबंधक के कर-कमलों द्वारा पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित हिंदी टिप्पण व प्रारूप लेखन, हिंदी वाक् व हिंदी निबंध प्रतियोगिताओं के 18 विजेताओं को महाप्रबंधक द्वारा प्रमाणपत्र सहित पुरस्कार प्रदान किए गए।

150.1    मुराधि का संबोधन

मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं मुख्य यांत्रिक इंजीनियर श्री टी.के.साँईं ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी हमारी राजभाषा है। किसी भी देश की भाषा उस देश की अस्मिता और गौरव का प्रतीक होती है। सभी विकसित देशों ने आर्थिक, सामाजिक, वैज्ञानिक और औद्योगिक प्रगति की है, तो उसके मूल में उनकी अपनी भाषा रही है। हिंदी सरल और सहज है। हमारी राजभाषा हिंदी होने के नाते हम सभी का यह कर्त्तव्य है कि हम अपना सरकारी कामकाज हिंदी में करें। हमें हिंदी के कठिन शब्दों का प्रयोग न करके सरल शब्दों का प्रयोग करना चाहिए ताकि किसी को भी लिखने या समझने में कोई कठिनाई न हो।  

150.2   निर्धारित प्रयोजनों में हिंदी-अंग्रेजी का प्रयोग

150.2.1 धारा 3(3) का अनुपालन

जून, 22 एवं सितम्बर, 22 की तिमाही के दौरान क्रमशः 300 एवं 257 प्रलेख द्विभाषी में जारी किए गए। सभी विभागों द्वारा धारा 3(3) का शत-प्रतिशत अनुपालन किया गया है । इस स्थिति को आगे भी बनाए रखने का अनुरोध किया गया।                                          (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

150.2.2        हिंदी में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में       

जून, 22 तिमाही में कुल 193 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें से 102 का हिंदी में उत्तर दिया गया । शेष 91 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे । सितम्बर, 22 तिमाही में कुल 173 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें 90 का हिंदी में उत्तर दिया गया। शेष 83 पत्रों का उत्तर देना आवश्यक नहीं था। राधि ने कहा कि राजभाषा नियम 1976 के नियम 5 का शत-प्रतिशत अनुपालन किया गया है। आशा है कि इस लक्ष्य को बनाए रखने का प्रयास आगे भी जारी रहेगा।                                                        (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

150.2.3 मूल पत्राचार

चिरेका "ग" क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। हिंदी में मूल पत्राचार का लक्ष्य 55% है। राधि ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि जून और सितम्बर, 22 तिमाही में हमने लक्ष्य के अनुसार पत्राचार किया है फिर भी सभी से अनुरोध किया जाता है कि इस मद में और अधिक सुधार करने का यथासंभव प्रयास किया जाए।                                                                                                            (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

150.3 रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष / फाइल कवरों पर विषय आदि

चिरेका के विभागों में प्रयुक्त रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष/फाइल कवरों पर विषय आदि अधिकतर द्विभाषी  हैं। राधि ने कहा कि जब भी कार्यालय द्वारा नई फाइल खोली जाए तो उस पर विषय आदि प्रारंभ में ही द्विभाषी रूप में लिखा दिया जाए।                                       (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

 

150.4 रबड़ की मोहरें/धातु सीलें/नामपट्ट/सूचना बोर्ड तथा दीवारों/फर्नीचरों/उपकरणों आदि पर द्विभाषी अंकन

चिरेका के सभी विभागों में प्रयुक्त रबड़ की मोहरें/धातु सीलें द्विभाषी हैं। नाम पट्ट/सूचना बोर्ड त्रिभाषी हैं तथा दीवारों फर्नीचर/उपकरणों आदि पर द्विभाषी अंकित है । राधि ने बताया कि चित्तरंजन नगरी में कई स्थानों पर बोर्ड केवल अंग्रेजी में ही हैं और जहां ये अंग्रेजी-हिंदी द्विभाषी हैं, वहां हिंदी में वर्तनी की अशुद्धियाँ हैं। कुछ में सुधार किया गया है किन्तु कुछ शेष रह गए हैं। संबंधित अधिकारी से इस पर विशेष रूप से ध्यान दिए जाने का अनुरोध किया गया है।                                   (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी) 

150.5 हिंदी में प्रशिक्षण

वर्तमान सत्र जुलाई-नवम्बर, 2022 में कुल 99 (प्रवीण- 22, प्राज्ञ-18 एवं पारंगत- 59) कर्मचारी हिंदी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे । जिसकी परीक्षा 12 व 13 एवं 20 नवम्बर,22 को सम्पन्न हुई, परीक्षा का परिणाम जनवरी,2023 के द्वितीय सप्ताह में जारी होगा। तकनीकी प्रशिक्षण केन्द्र में कंप्यूटरों की अनुपलब्धता की वजह से टंकण प्रशिक्षण प्रारंभ न हो पाने पर महाप्रबंधक महोदय ने नाराजगी जाहिर की और कहा कि प्राचार्य से बात करके शीघ्र ही टंकण प्रशिक्षण शुरू किया जाए। प्रशिक्षण में कंप्यूटरों की अनुपलब्धता बाधक नहीं बननी चाहिए।                   (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी)

 

150.6 छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करना.

राधि ने कहा कि नई व्यवस्था के अनुसार पास/पीटीओ हेतु आवेदन ऑन-लाइन किया जाना है । फिलहाल एचआरएमएस में यह व्यवस्था केवल अंग्रेजी में है । हिंदी भाषा में यह शुरू किए जाने पर फॉर्म ऑन-लाइन हिंदी में भरे जाएंगें।                                      (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

150.7 वेबसाइट

राधि ने समिति को सूचित किया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार चिरेका के सभी विभागों की वेबसाइट द्विभाषी में उपलब्ध है । सभी से अनुरोध है कि इसे अद्यतन करने के साथ-साथ निरंतरता बनाए रखी जाए। इसके लिए संबंधित विभाग की सक्रियता और जागरूकता जरूरी है।                                                                                                                                    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

150.8   पुस्तकालय

चिरेका के सभी विभागों में हिंदी पुस्तकालय अवस्थित है। इसके अतिरिक्त प्रशासन भवन में एक सामान्य पुस्तकालय सुचारू रुप से चलाया जा रहा है। इस पुस्तकालय में हिंदी, अंग्रेजी एवं बांग्ला भाषाओं की पुस्तकें उपलब्ध हैं। सभी अधिकारियों से अनुरोध है कि वे अपने-अपने विभाग में स्थित पुस्तकालय के साथ-साथ सामान्य पुस्तकालय/महाप्रबंधक कार्यालय का भी अधिकाधिक लाभ उठाएं।                                                                                                                          ( कार्रवाईः संबंधित विभाग)

 150.9  भर्ती/विभागीय पदोन्नति परीक्षाओं में हिंदी का वैकल्पिक माध्यम

रेलवे बोर्ड के पत्र सं. हिंदी 87/रा.भा.1/10/3 दिनांक 3/11/1988 के अनुसार विभागीय परीक्षाओं में पूर्णांक का 10% प्रश्न राजभाषा संबंधी होना चाहिए। साथ ही विभागीय पदोन्नति परीक्षाओं में हिंदी के वैकल्पिक माध्यम देने संबंधी रेलवे बोर्ड द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

                                                                                (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

150.10 प्रोत्साहन  योजनाएं

चिरेका में लागू प्रोत्साहन योजनाओं से संबंधित सूचना सभी विभागों को समय-समय पर दी जाती है। राधि ने कहा कि राजभाषा की प्रोत्साहन योजनाओं का सही लाभ उठाएं।             ( कार्रवाईः सभी संपर्क अधिकारी)

 

समिति के सदस्यों के विचार

प्रधान मुख्य विद्युत इंजीनियर ने कहा कि इस बैठक में उपस्थिति शत-प्रतिशत है जो काबिले तारीफ है। सभी फाइलों के शीर्ष द्विभाषी नहीं होते हैं, यदि फाइल कवर के शीर्ष अंग्रेजी में हैं तो फाइल तत्काल लौटा दी जाए और यह निदेश दिया जाए कि फाइलों के शीर्ष दोनो भाषाओं में लिखे जाएं एवं नोटिंग आदि में हिंदी का प्रयोग भी किया जाए।

 

प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर ने अपने विचार रखते हुए कहा कि राजभाषा की प्रगति हेतु माह में एक बार प्रत्येक विभाग में एक कार्यप्रबंधन की बैठक आयोजित की जानी चाहिए। इसका एक कैलेन्डर तैयार किया जाए और बैठक में राजभाषा विभाग के अधिकारी दिशा-निर्देश के लिए अवश्य भाग लें।

 

आईजी/रेसुब ने बताया कि सुरक्षा विभाग में दैनिक रिपोर्ट हिंदी में प्रस्तुत की जाती है और कर्मचारी हस्ताक्षर हिंदी में करते हैं, साथ ही परमिट हिंदी में ही जारी किए जाते हैं।

 

महाप्रबंधक महोदय ने अपने संबोधन भाषण में कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसके साथ ही हमारे राष्ट्र निर्माताओं ने यह समझ लिया था कि अपनी भाषा हम सबको एक-दूसरे से जोड़ने का काम करती है। भारत में जो भाषा अधिक से अधिक लोगों को जोड़ती है, वह है हिंदी । इस दृष्टिकोण से भारत में हिंदी सर्वाधिक सक्षम और समर्थ भाषा है। राजभाषा हिंदी को हमारे संविधान ने अंगीकार किया है। इस उद्देश्य से इसकी महत्ता को बनाए रखना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है।

यदि हम अपने कार्यों में राजभाषा के प्रयोग-प्रसार की समीक्षा करें तो हमें ज्ञात होगा कि अभी भी बहुत कुछ करना शेष है। राजभाषा हिंदी को अपने कार्य की, पत्राचार एवं जनसंवाद की भाषा के रूप में हमें अपनाना होगा और राजभाषा हिंदी को जन-जन तक पहुँचाना है। हिंदी साहित्यिक भाषा न होकर कार्यालयी भाषा है, कार्यालय में हिंदी कार्य करने में सरल व सहज शब्दों का प्रयोग करें ।  

महाप्रबंधक महोदय ने जोर देकर कहा कि रूटीन कार्य हिंदी में ही करें । सभी अधिकारी छुट्टी का आवेदन/दौरा कार्यक्रम आदि हिंदी में प्रस्तुत करें।

                     अंत में, राजभाषा अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन सहित बैठक सम्पन्न हुई।

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चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दिनांक 19.09.2022 को आयोजित 149वीं बैठक का कार्यवृत्त

       महाप्रबंधक/चिरेका की अध्यक्षता में चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 149वीं बैठक दिनांक 19.09.2022 को 15.30 बजे महाप्रबंधक सभाकक्ष में आयोजित की गई। राजभाषा अधिकारी ने समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया और कार्यवाही प्रारम्भ की ।

       बैठक के प्रारंभ में महाप्रबंधक महोदय ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण करते हुए दीप प्रज्वलित कर राजभाषा पखवाड़ा, 2022 का शुभारंभ किया । उक्त बैठक के प्रारम्भ होने से पहले पिछली तिमाही के दौरान हिंदी में प्रशंसनीय कार्य करने वाले पांच कर्मचारियों को प्रमाण-पत्र सहित नकद पुरस्कार से महाप्रबंधक के कर-कमलों द्वारा पुरस्कृत किया गया।

149.1 मुराधि का संबोधन

मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं मुख्य यांत्रिक इंजीनियर श्री टी.के.साँईं ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक में राजभाषा से संबंधित पिछली तिमाही के दौरान किए गए कार्यों की समीक्षा की जाती है । हिंदी हमारे देश की राजभाषा, संपर्क भाषा एवं जन-जन की भाषा है। विगत वर्षों में हिंदी की शब्द संपदा में जितना विस्तार और विकास हुआ है, शायद उतना विश्व की किसी भी अन्य भाषा में हुआ होगा। आज हिंदी विश्वभर की भाषा बन चुकी है। फेस-बुक,-यू-ट्यूब,गूगल,ट्विटर, वाट्सऐप इत्यादि के माध्यम से हिंदी का प्रसार और प्रचार दिनों-दिन बढ़ रहा है।

                  इसके बाद उन्होंने कहा कि हिंदी दिवस के इस पुनीत अवसर पर एक बार पुनः हम सभी हिंदी के प्रति संवैधानिक एवं नैतिक दायित्वों के निर्वहन की प्रतिबद्धता  को दोहराते हुए राजभाषा हिंदी की गरिमा और गौरव को बढ़ाने में अपना सर्वोत्तम योगदान देने का संकल्प करें।

                    

149.2  निर्धारित प्रयोजनों में हिंदी-अंग्रेजी का प्रयोग

धारा 3(3) का अनुपालन

मार्च, 22 एवं जून, 22 की तिमाही के दौरान क्रमशः 239 एवं 300 प्रलेख द्विभाषी में जारी किए गए। निष्पादन प्रतिशत 100% रहा है । राजभाषा अधिकारी ने कहा कि आगे भी द्विभाषी दस्तावेजों के निष्पादन का यह प्रतिशत हमें बनाए रखना है।

                                                 (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष नामित अधिकारी)

हिंदी में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में

मार्च, 22 तिमाही में कुल 175 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें से 70 का हिंदी में उत्तर दिया गया । शेष 105 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे । जून, 22 तिमाही में कुल 193 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें 102 का हिंदी में उत्तर दिया गया। शेष 91 पत्रों का उत्तर देना आवश्यक नहीं था।

                                                                                                                               (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष नामित अधिकारी)

149.2.1 मूल पत्राचार

चिरेका "ग" क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। हिंदी में मूल पत्राचार का लक्ष्य 55% है। राधि ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि मार्च और जून, 22 तिमाही में हमने लक्ष्य के अनुसार पत्राचार किया है तथापि सभी से अनुरोध किया जाता है कि अधिक से अधिक मूल पत्राचार हिंदी में करने का यथासंभव प्रयास किया जाए।

                                                                                                                                    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

 

149.3 रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष / फाइल कवरों पर विषय आदि

चिरेका के विभागों में प्रयुक्त रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष /फाइल कवरों पर विषय आदि शत-प्रतिशत द्विभाषी में हैं। राधि ने कहा कि यह स्थिति आगे भी कायम रखी जाए।

                                                      (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

 

149.4 रबड़ की मोहरें/धातु सीलें/नामपट्ट/सूचना बोर्ड तथा दीवारों/फर्नीचरों/उपकरणों आदि पर

द्विभाषी अंकन :

चिरेका के सभी विभागों में प्रयुक्त रबड़ की मोहरें/धातु सीलें द्विभाषी हैं। नाम पट्ट/सूचना बोर्ड त्रिभाषी हैं तथा दीवारों फर्नीचर/उपकरणों आदि पर द्विभाषी अंकित है । राधि ने बताया कि चित्तरंजन नगरी में कुछ बोर्ड अभी भी सिर्फ अंग्रेजी में हैं  और कहीं – कहीं हिंदी वर्तनी में अशुद्धियाँ भी हैं । इंजीनियरिंग विभाग से इन अशुद्धियों को शीघ्र सुधार करने का अनुरोध किया गया है ।

                                    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी)

149.5 हिंदी में प्रशिक्षण

सत्र जनवरी-मई, 2022 सत्र में कुल 39 ( प्रवीण-13, प्राज्ञ-1 एवं पारंगत - 25 ) कर्मचारी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे, जिनकी परीक्षाएं मई, 2022 में हुई थी। उक्त परीक्षा में सभी परीक्षार्थी पास हुए हैं। वर्तमान सत्र जुलाई-नवम्बर, 2022 में कुल 99 (प्रवीण- 22, प्राज्ञ-18 एवं पारंगत- 59 ) कर्मचारी हिंदी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। तकनीकी प्रशिक्षण केन्द्र में 16 अगस्त, 2022 से प्रारम्भ होने वाले हिंदी टंकण प्रशिक्षण सत्र अगस्त, 22 से जनवरी, 2023 तक कंप्यूटर की अनुपलब्धता के कारण प्रारम्भ नहीं हो पाया है। महाप्रबंधक महोदय ने कहा कि इसे शीघ्र प्रारम्भ करवाया जाए।

            (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/वराधि/ नामित अधिकारी)

 

149.6 छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करना.

राधि ने कहा कि नई व्यवस्था के अनुसार पास/पीटीओ हेतु आवेदन ऑन-लाइन किया जाना है । फिलहाल एचआरएमएस में यह व्यवस्था केवल अंग्रेजी में है । हिंदी भाषा में यह शुरू किए जाने पर फॉर्म ऑन-लाइन हिंदी में भरे जाएंगें।  

                                                                     (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

149.7   वेबसाइट

राजभाषा विभाग द्वारा विभिन्न विभागों से प्राप्त वेबसाइट संबंधी विषयों का हिंदी में अनुवाद किया जाता है। राधि ने कहा कि प्राप्त जानकारी के अनुसार चिरेका के सभी विभागों की वेबसाइट द्विभाषी में उपलब्ध है । सभी से अनुरोध है कि इसे अद्यतन करने के साथ-साथ निरंतरता बनाए रखी जाए।

  (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

 149.8 पुस्तकालय

चिरेका के सभी विभागों में हिंदी पुस्तकालय अवस्थित है। इसके अतिरिक्त प्रशासन भवन में एक सामान्य पुस्तकालय सुचारू रुप से चलाया जा रहा है। इस पुस्तकालय में हिंदी, अंग्रेजी एवं बांग्ला भाषाओं की पुस्तकें उपलब्ध हैं। सभी अधिकारियों से अनुरोध है कि वे अपने-अपने विभाग में स्थित पुस्तकालय के साथ-साथ सामान्य पुस्तकालय का भी अधिकाधिक लाभ उठाएं।

                    ( कार्रवाईः संबंधित विभाग)

149.9 भर्ती/विभागीय परीक्षाओं में हिंदी का वैकल्पिक माध्यम

रेलवे बोर्ड के अनुसार विभागीय परीक्षाओं में पूर्णांक का 10% प्रश्न राजभाषा संबंधी होना चाहिए। साथ ही भर्ती विभागीय परीक्षाओं में हिंदी के वैकल्पिक माध्यम की सुविधा अवश्य होनी चाहिए।

                         (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

 149.10 प्रोत्साहन  योजनाएं

चिरेका में लागू प्रोत्साहन योजनाओं से संबंधित सूचना सभी विभागों को समय-समय पर दी जाती है। राधि ने कहा कि राजभाषा की प्रोत्साहन योजनाओं का सही लाभ उठाएं।

                    ( कार्रवाईः सभी संपर्क अधिकारी)

समिति के सदस्यों के विचार

प्रधान मुख्य विद्युत इंजीनियर ने कहा कि सभी कर्मचारी अधिक से अधिक अपना काम हिंदी में करें। केवल हस्ताक्षर हिंदी में नहीं करें, कुछ टिप्पणी वगैरह भी हिंदी में लिखें। हम सब अपने-अपने स्तर पर रोज कुछ काम हिंदी में करें।

मुख्य सतर्कता अधिकारी ने सुझाव दिया कि जिन तकनीकी शब्दों के हिंदी शब्द न पता हों, वहाँ तकनीकी शब्दों को देवनागरी लिपि में लिख देना चाहिए ।

महाप्रबंधक महोदय ने अपने संबोधन भाषण में सर्वप्रथम हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने आगे कहा कि यदि हम अपने कार्यों में राजभाषा के प्रयोग की समीक्षा करें तो हमें ज्ञात होगा  कि अभी भी बहुत कुछ करना शेष है। हमें हिंदी को अपने कार्य की, पत्राचार एवं जन संवाद की भाषा के रूप में अंगीकार करना होगा । हमें हिंदी को जन-जन तक पहुँचाना होगा।

संपूर्ण भारत को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य अगर कोई भाषा कर रही है तो वह हिंदी है। आज के दिन एक बार पुनः संकल्प लेने का दिन है कि हम सभी निःस्वार्थ भाव से राष्ट्रहित में राजभाषा हिंदी को पूरे देश में संपर्क -भाषा बनाएं।

                      महाप्रबंधक महोदय ने सभी अधिकारियों को निदेश दिया कि वे अपने-अपने विभागों में अधीनस्थ अधिकारी/कर्मचारियों को हमेशा हिंदी में कार्य करने हेतु प्रोत्साहित करते रहें।

         अंत में, राजभाषा अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन सहित बैठक सम्पन्न हुई।

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चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दिनांक 16.06.2022 को आयोजित 148वीं बैठक का कार्यवृत्त

          महाप्रबंधक/चिरेका की अध्यक्षता में चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 148वीं बैठक दिनांक 16.06.2022 को 11.30 बजे प्रशासन भवन सभाकक्ष में आयोजित की गई। महाप्रबंधक महोदय की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें प्रधान विभागाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों तथा अन्य सदस्यों ने भाग लिया। राजभाषा अधिकारी डॉ.मधुसूदन दत्त ने समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया और बैठक की कार्यवाही प्रारंभ की।                                         

बैठक के प्रारंभ में आधार वर्ष 2019 के लिए रेलवे बोर्ड की व्यक्तिगत नकद पुरस्कार योजना के अंतर्गत चिरेका के पुरस्कृत 03 कर्मचारियों के साथ-साथ इंजीनियरी विभाग में आयोजित 5 दिवसीय हिंदी कार्यशाला की सत्रांत परीक्षा के सफल 06 कर्मचारियों को महाप्रबंधक महोदय के कर-कमलों से प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।

148.1   मुराधि का संबोधन

               मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर श्री तुषार कांति साँई ने अपने संबोधन में सभी सदस्यों को वार्षिक कार्यक्रम में निर्धारित लक्ष्यों के बारे में बताया। उन्होंने आग्रह किया कि चिरेका इऩ निर्धारित लक्ष्यों से ऊपर कार्य कर रहा है, इसलिए हम सभी को अपने-अपने विभाग/कार्यालय में राजभाषा के लिए निर्धारित लक्ष्यों को बनाए रखना है। धारा 3(3) के निर्धारित लक्ष्य को बनाए रखने के लिए सामान्य आदेश, सूचना आदि का टेम्पलेट बनाकर कार्य करना आवश्यक है। साथ ही उन्होंने बताया कि कंप्यूटर पर एक ही प्रकृति के प्रलेखों, दस्तावेजों, पत्रों आदि का कार्य अल्प प्रयास से बड़ी सहजता और सरलता से किया जा सकता है। अंत में उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे स्वयं भी हिंदी में अधिक से अधिक कार्य करें तथा अपने अधीनस्थों को भी इसके लिए प्रेरित करें।

            इसके पश्चात् राजभाषा अधिकारी ने कार्यसूची पर विस्तार से चर्चा प्रारंभ की।

 

148.2    निर्धारित प्रयोजनों में हिंदी-अंग्रेजी का प्रयोग

  148.2.1  धारा 3(3) का अनुपालन

दिसम्बर, 21 एवं मार्च, 22 की तिमाही के दौरान क्रमशः 2120 एवं 2468 दस्तावेज जारी किए गए जो सभी द्विभाषी में थे। निष्पादन निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप 100% रहा है। राजभाषा अधिकारी ने सभी सदस्यों से इस लक्ष्य को बनाए रखने का अनुरोध किया।  

(कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

148.2.2  हिंदी में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में

 

दिसम्बर, 21 तिमाही में कुल 182 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें से 99 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया, शेष 83 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। इसी प्रकार मार्च, 22 तिमाही में कुल 175 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें 70 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया, शेष 105 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। राजभाषा अधिकारी ने सभी विभागों से आगे भी हिंदी में प्राप्त पत्रों का उत्तर हिंदी में ही देने का अऩुरोध किया ।

                                                       (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

148.2.3  मूल पत्राचार

 

हिंदी में मूल पत्राचार का निर्धारित लक्ष्य 55% है। राधि ने बताया कि दिसम्बर, 21 एवं मार्च, 22 तिमाही में चिरेका से निर्धारित लक्ष्य से अधिक मूल पत्राचार किया गया है। सभी सदस्यों से अनुरोध किया गया कि अधिक से अधिक मूल पत्राचार हिन्दी में करने का यथासंभव प्रयास किया जाए। महाप्रबंधक महोदय ने ‘ख’ क्षेत्र में स्थित केंद्रीय सरकार के कार्यालयों को हिंदी में मूल पत्र भेजे जाने के लिए कहा।

                         (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

 

148.3  रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष / फाइल कवरों पर विषय आदि

 

चिरेका के अधिकांश विभागों में प्रयुक्त रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष /फाइल कवरों पर विषय आदि  द्विभाषी में हैं । राधि ने उपस्थित सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि वे अपने-अपने विभाग में नई खोली जाने वाली फाइलों में प्रारंभ में ही हिंदी-अंग्रेजी में शीर्ष लिखने पर कर्मचारियों को प्रेरित करें। महाप्रबंधक महोदय ने विभागवार निरीक्षण कर इस कार्य को शीघ्र पूरा करने का निदेश दिया।

    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

 

148.4  रबड़ की मोहरें/नामपट्ट/सूचना बोर्ड तथा दीवारों/फर्नीचरों/उपकरणों आदि पर द्विभाषी अंकन

 

चिरेका के सभी विभागों में प्रयुक्त रबड़ की मोहरें/धातु सीलें द्विभाषी हैं। नाम पट्ट/सूचना बोर्ड  त्रिभाषी हैं तथा दीवारों/ फर्नीचर/उपकरणों आदि पर अंकन द्विभाषी हैं। राजभाषा निरीक्षण के दौरान जहां कहीं बोर्ड आदि अंग्रेजी में पाए जाते हैं, उन्हें शीघ्र द्विभाषी बनवाने के लिए संबंधित विभाग को निदेश दिया जाता है।           

    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

         148.5 हिंदी में प्रशिक्षण

जनवरी-मई, 2022 सत्र में प्रवीण में कुल 29 कर्मचारी, प्राज्ञ में कुल 07 कर्मचारी तथा पारंगत में कुल 51 कर्मचारी प्रशिक्षणाधीन हैं। इन कर्मचारियों की परीक्षा मई, 2022 में हो चुकी है। परीक्षा का परिणाम जून माह के अंतिम सप्ताह में आने की संभावना है। राधि ने जुलाई, 2022 से प्रारंभ होने वाले सत्र के लिए अधिक से अधिक कर्मचारियों को नामित करने का अऩुरोध किया।

          (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी)

148.छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करना.

राधि ने कहा कि नई व्यवस्था के अनुसार पास/पीटीओ हेतु आवेदन ऑन-लाइन किया जाना है। फिलहाल एच आर एम एस में यह व्यवस्था केवल अंग्रेजी में ही उपलब्ध है। हिंदी भाषा में यह शुरू किए जाने पर फॉर्म ऑन-लाइन हिंदी में भी भरे जाएंगे। महाप्रबंधक कार्यालय, कारखाना कार्यालय, भंडार/चित्तरंजन तथा विद्युत/डानकुनी कार्यालय द्वारा मैनुअल ड्यूटी पास हिंदी में भी जारी किए जाते हैं।

               (कार्रवाई – प्रमुकाधि, उप मुकाधि/कारखाना, संपर्क अधिकारी)

148.7  वेबसाइट

राधि ने बताया कि भारत सरकार की नीति के अऩुसार, सरकारी नीतियों, आदेशों तथा सूचनाओं की जानकारी आम जन तक सुगमता से उपलब्ध हो सके, इसके लिए सभी कार्यालयों/विभागों द्वारा सभी आदेश तथा सूचनाएँ आदि सामग्री को अपनी वेबसाइट पर हिंदी-अंग्रेजी में अपलोड किया जाना आवश्यक है। इसलिए जिस भी विभाग/कार्यालय की वेबसाइट अभी तक द्विभाषी रूप में अपलोड नहीं है, उन्हें इस ओर विशेष ध्यान देकर इसे शीघ्र द्विभाषी करवाना आवश्यक है। महाप्रबंधक महोदय ने सभी अधिकारियों को, विशेष रूप से उप महाप्रबंधक को इस मद में शीघ्रता से कार्रवाई करने का निदेश दिया और कहा कि सभी विभाग/कार्यालयों की वेबसाइट 30 जून तक आवश्यक रूप से द्विभाषी बना ली जाए।

        (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/उप महाप्रबंधक)

148.8   पुस्तकालय

चिरेका में कुल 13 हिंदी पुस्तकालय संचालित किए जा रहे हैं।  सभी अधिकारियों से अऩुरोध किया गया कि वे अपने-अपने विभाग में स्थित हिंदी पुस्तकालयों का अधिकाधिक लाभ उठाएं। भंडार/डानकुनी कार्यालय में स्थान के अभाव में बंद पड़े हिंदी पुस्तकालय को शीघ्र चालू करने चर्चा की गई। महाप्रबंधक महोदय ने निदेश दिया कि निरीक्षण के उपरांत भंडार/डानकुनी के हिंदी पुस्तकालय को उसी बिल्डिंग में स्थित विद्युत / डानकुनी विभाग के हिंदी पुस्तकालय के साथ विलय कर दिया जाए। प्रधान मुख्य  सामग्री प्रबंधक ने श्रीमती गीतांजलि श्री द्वारा रचित पुस्तक ‘रेत समाधि’ की कुछ प्रतियां खरीदने का सुझाव दिया। उल्लेखनीय है कि इस पुस्तक को हाल ही में बुकर पुरस्कार से सम्मनित किया गया है।                                                                            ( कार्रवाई – भंडार तथा विद्युत विभाग/डानकुनी )

148.भर्ती/विभागीय परीक्षाओं में हिंदी का वैकल्पिक माध्यम

रेलवे बोर्ड के अनुसार विभागीय परीक्षाओं में पूर्णांक का 10% प्रश्न राजभाषा संबंधी होना चाहिए। चिरेका में पूर्ण तरीके से इसका अऩुपालन किया जाता है।

                                                                                    (कार्रवाई - सभी संपर्क अधिकारी)

148.10  प्रोत्साहन  योजनाएं

चिरेका में लागू प्रोत्साहन योजनाओं का सभी को लाभ उठाने पर बल दिया गया। प्रोत्साहन योजनाओं से संबंधित जानकारी समय-समय पर जारी की जाती है।

                                                                                       (कार्रवाई - सभी संपर्क अधिकारी)

148.11  महाप्रबंधक का संबोधन 

महाप्रबंधक महोदय ने अपने अभिभाषण में सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि हिंदी भाषा की निरंतर प्रगति हो रही है। विश्व में भी हिंदी को प्रमुख स्थान प्राप्त हो रहा है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि संयुक्त राष्ट्र संघ  ने भी हिंदी भाषा को अपने यहां शामिल किया है। हम सभी हिंदी में हमेशा बात तो करते हैं परंतु हिंदी में कार्यालयी काम करने में झिझकते हैं। हिंदी का विकास उतना नहीं हो पा रहा है जितना होना चाहिए। इस पर हमें विचार करना चाहिए। तकनीकी विषयों में हम शायद हिंदी का बहुत अधिक प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं। हम अगर क्लिष्ट और कठिन शब्दों का प्रयोग न कर सरल एवं सहज शब्दों का प्रयोग करें तो और अधिक तेजी से आगे बढ़ सकते हैं। कंप्यूटर में अंग्रेजी में कार्य करने में हम अभ्यस्त हैं। हमें कंप्यूटर में हिंदी में काम करने के लिए भी सबको प्रेरित करना होगा।  

                   इसके बाद राजभाषा अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के उपरांत बैठक सम्पन्न हुई।

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चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दिनांक 15.03.2022 को आयोजित 147वीं बैठक का कार्यवृत्त

महाप्रबंधक/चिरेका की अध्यक्षता में चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 147वीं बैठक दिनांक 15.03.2022 को 11.30 बजे प्रशासन भवन सभाकक्ष में आयोजित की गई। महाप्रबंधक महोदय की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें कोविड-19 की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रधान विभागाध्यक्षों तथा विभागाध्यक्षों ने भाग लिया। राजभाषा अधिकारी डॉ. मधुसूदन दत्त ने समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया और बैठक की कार्यवाही प्रारंभ की।                                                            

बैठक के प्रारंभ में अक्टूबर-दिसम्बर, 2021 तिमाही के दौरान हिंदी में प्रशंसनीय कार्य करने वाले कुल पांच कर्मचारियों को महाप्रबंधक महोदय के कर-कमलों से पुरस्कृत किया गया।

147.1   मुराधि का संबोधन

 मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर श्री तुषार कांति साँई ने सर्वप्रथम समिति के सदस्यों को बताया कि यह मुख्य राजभाषा अधिकारी के रूप में उऩकी पहली बैठक है और उन्होंने सभी सदस्यों से राजभाषा प्रयोग प्रसार के क्षेत्र में अपेक्षित सहयोग हेतु निवेदन किया। उन्होंने कहा कि हमें अपने कार्यालयों में वैज्ञानिक, सूचना प्रौद्योगिकी तथा तकनीकी विषयों में भी हिंदी के प्रयोग को अधिक से अधिक बढ़ाने की आवश्यकता है। वर्तमान समय में लगभग सभी विभागों/कार्यालयों में कंप्यूटर, ई-मेल, वेबसाइट सहित सूचना प्रौद्योगिकी सुविधाएं उपलब्ध होने से वैज्ञानिक तथा तकनीकी विषयों में अधिक से अधिक हिंदी का प्रयोग करना अब और भी आसान हो गया है।

साथ ही कार्यपालक निदेशक/स्थापना (आरक्षण), रेलवे बोर्ड द्वारा चिरेका में राजभाषा विषयक निरीक्षण के दौरान पाई गई जिन कमियों का उल्लेख किया गया है, उन्होंने संबंधित विभाग को उनमें यथाशीघ्र सुधार करने को कहा।

इसके पश्चात् राजभाषा अधिकारी ने कार्यसूची पर विस्तार से चर्चा प्रारंभ की।

147.2    निर्धारित प्रयोजनों में हिंदी-अंग्रेजी का प्रयोग

147.2.1  धारा 3(3) का अनुपालन

सितम्बर, 21 एवं दिसम्बर, 21 की तिमाही के दौरान क्रमशः 1984 एवं 2120 दस्तावेज जारी किए गए जो सभी द्विभाषी में थे। निष्पादन निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप 100% रहा है। राजभाषा अधिकारी ने सदस्यों से इस लक्ष्य को बनाए रखने का अनुरोध किया।     

(कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

147.2.2  हिंदी में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में

सितम्बर, 21 तिमाही में कुल 164 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें 84 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया, शेष 80 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। इसी प्रकार दिसम्बर, 21 तिमाही में कुल 182 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें से 99 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया, शेष 83 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। राजभाषा अधिकारी ने सभी विभागों को इस लक्ष्य को बनाए रखने के लिए प्रयास जारी रखने का अऩुरोध किया ।

                                                       (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

147.2.3  मूल पत्राचार

हिंदी में मूल पत्राचार का निर्धारित लक्ष्य 55% है। राधि ने बताया कि सितम्बर एवं दिसम्बर, 21 तिमाही में हमने निर्धारित लक्ष्य से अधिक मूल पत्राचार किया है। सभी सदस्यों से अनुरोध है कि अधिक से अधिक मूल पत्राचार हिन्दी में करने का यथासंभव प्रयास किया जाए। महाप्रबंधक महोदय ने सभी विभागों को निर्धारित लक्ष्य पर केन्द्रित न रहकर उससे ऊपर मूल पत्राचार किए जाने पर बल दिया।

                         (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

147.3  रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष / फाइल कवरों पर विषय आदि

चिरेका के अधिकांश विभागों में प्रयुक्त रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष /फाइल कवरों पर विषय आदि  द्विभाषी में हैं । राधि ने उपस्थित सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि वे अपने-अपने विभाग में नई खोली जाने वाली फाइलों में प्रारंभ में ही हिंदी-अंग्रेजी में शीर्ष लिखने पर कर्मचारियों को प्रेरित करें। महाप्रबंधक महोदय ने इस ओर विशेष ध्यान देने को कहा।

    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

147.4  रबड़ की मोहरें/नामपट्ट/सूचना बोर्ड तथा दीवारों/फर्नीचरों/उपकरणों आदि पर द्विभाषी अंकन

चिरेका के सभी विभागों में प्रयुक्त रबड़ की मोहरें/धातु सीलें द्विभाषी हैं। नाम पट्ट/सूचना बोर्ड  त्रिभाषी हैं तथा दीवारों/ फर्नीचर/उपकरणों आदि पर अंकन द्विभाषी हैं। राधि ने बताया कि चित्तरंजन नगरी में लगाए गए कुछ बोर्डों में हिन्दी की वर्तनी अशुद्ध है। संबंधित अधिकारी से इनमें शीघ्र सुधार करने का अनुरोध किया गया। 

       (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

  147.5 हिंदी में प्रशिक्षण

जनवरी-मई, 2021 सत्र में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कर्मचारियों की परीक्षा लॉक डाउन की वजह से आयोजित नहीं हो पाई थी। जनवरी-मई, 2021 सत्र के कुल 84 कर्मचारियों ने तथा जुलाई-नवम्बर, 2021 सत्र के कुल 101 कर्मचारियों ने नवम्बर, 2021 में प्रवीण, प्राज्ञ तथा पारंगत की परीक्षा दी। अगला सत्र जनवरी-मई 2022 में प्रारंभ किया जाएगा।

            (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी)

147.6  छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करना.

राधि ने कहा कि नई व्यवस्था के अनुसार पास/पीटीओ हेतु आवेदन ऑन-लाइन किया जाना है। फिलहाल एच आर एम एस में यह व्यवस्था केवल अंग्रेजी में है। हिंदी भाषा में यह शुरू किए जाने पर फॉर्म ऑन-लाइन हिंदी में भी भरे जाएंगे। महाप्रबंधक कार्यालय, कारखाना कार्यालय, भंडार/चित्तरंजन तथा विद्युत/डानकुनी कार्यालय द्वारा ड्यूटी पास हिंदी में भी जारी किए जाते हैं। मुराधि ने सुझाव दिया कि क्रिस को एचआरएमएस को हिंदी में भी करने हेतु पत्र लिखा जाए।

                  (कार्रवाई – प्रमुकाधि, उप मुकाधि/कारखाना, संपर्क अधिकारी)

  147.7 वेबसाइट

राजभाषा विभाग द्वारा विभिन्न विभागों से प्राप्त वेबसाइट विषयक सामग्री का अनुवाद हिंदी में किया जाता है। राधि ने कहा कि सभी विभाग अपने विभाग की वेबसाइट के द्विभाषीकरण हेतु आवश्यक कार्रवाई करें। साथ ही अपने-अपने विभाग से वेबसाइट के द्विभाषीकरण संबंधित जानकारी राजभाषा विभाग को भी भिजवाने के लिए अनुरोध किया। अगर किसी विभाग की वेबसाइट सिर्फ अंग्रेजी में है तो उसके अनुवाद हेतु राजभाषा विभाग से सहायता ली जाए। महाप्रबंधक महोदय ने सभी सदस्यों को प्राथमिकता के आधार पर यथाशीघ्र वेबसाइट द्विभाषी बनाने का निदेश दिया।   

        (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/संपर्क अधिकारी)

147.8   पुस्तकालय

चिरेका में कुल 13 हिंदी पुस्तकालय अवस्थित हैं। इनके अलावा प्रशासन भवन में एक सामान्य पुस्तकालय सुचारू ढंग  चलाया जा रहा है। इस पुस्तकालय में विभिन्न भाषाओं की पुस्तकें उपलब्ध हैं।  सभी अधिकारियों से अऩुरोध है कि वे अपने-अपने विभाग में स्थित पुस्तकालयों के साथ-साथ सामान्य पुस्तकालय का भी अधिकाधिक लाभ उठाएं। भंडार/डानकुनी कार्यालय में बंद पड़े हिंदी पुस्तकालय को शीघ्र चालू करने हेतु प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक से अऩुरोध किया गया। उन्होंने इस पर शीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।                                                                                                                                                                                          ( कार्रवाई – भंडार/डानकुनी विभाग )

147.9  भर्ती/विभागीय परीक्षाओं में हिंदी का वैकल्पिक माध्यम

रेलवे बोर्ड के अनुसार विभागीय परीक्षाओं में पूर्णांक का 10% प्रश्न राजभाषा संबंधी होना चाहिए। साथ ही भर्ती विभागीय परीक्षाओं में हिंदी के वैकल्पिक माध्यम की सुविधा अवश्य होनी चाहिए। इन सबका पूर्ण तरीके से पालन किया जाता है। सभी अधिकारियों को राजभाषा विषयक प्रश्नों की एक प्रश्नावली उत्तर के साथ पहले ही उपलब्ध करवाई गई है।

                                                                                    (कार्रवाई - सभी संपर्क अधिकारी)

147.10  प्रोत्साहन  योजनाएं

चिरेका में लागू प्रोत्साहन योजनाओं का सभी को लाभ उठाने पर बल दिया गया। प्रोत्साहन योजनाओं से संबंधित जानकारी समय-समय पर जारी की जाती है।

                                                                                   (कार्रवाई - सभी संपर्क अधिकारी)

147.11  महाप्रबंधक का संबोधन 

महाप्रबंधक महोदय ने अपने अभिभाषण में सर्वप्रथम राजभाषा विभाग द्वारा स्वर्गीया लता मंगेशकर पर श्रृद्धांजलि स्वरूप दर्शाई गई एक प्रस्तुति हेतु बधाई दी। उन्होंने कार्यपालक निदेशक/स्थापना (आरक्षण), रेलवे बोर्ड द्वारा निरीक्षण में पाई गई जिन कमियों का उल्लेख किया गया है, उनमें शीघ्र सुधार करने पर बल दिया। साथ ही उन्होंने सभी विभाग/कार्यालयों को अपनी-अपनी वेबसाइट को शीघ्र हिंदी-अंग्रेजी द्विभाषी रूप में बनवाने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि ‘ग’ क्षेत्र में होने के बावजूद चिरेका में अधिकाधिक कार्य हिंदी में किया जाता है।संविधान ने हिंदी को राजभाषा के रूप में अंगीकार किया है, अत: इसकी महत्ता को बनाए रखना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। हमें आम बोल-चाल की भाषा में मूल रूप से टिप्पणी एवं पत्र लेखन को और अधिक प्रोत्साहित करना होगा। उन्होंने सभी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे सभी रेल इंजन निर्माण की प्रक्रिया के साथ-साथ अपने विभागीय कार्यों में राजभाषा प्रयोग-प्रसार की भी नियमित समीक्षा करें और अपने अधीनस्थों को प्रोत्साहित करें।

                        इसके बाद राजभाषा अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के उपरांत बैठक सम्पन्न हुई।

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चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दिनांक 23.12.2021 को आयोजित 146वीं बैठक का कार्यवृत्त

 

महाप्रबंधक/चिरेका की अध्यक्षता में चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 146वीं बैठक दिनांक 23.12.2021 को 15.30 बजे प्रशासन भवन सभाकक्ष में आयोजित की गई। महाप्रबंधक महोदय की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें कोविड-19 की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए केवल प्रधान विभागाध्यक्षों ने ही भाग लिया। शेष सदस्य अधिकारियों ने विडियो कॉनफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया। राजभाषा अधिकारी डॉ. मधुसूदन दत्त ने समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया और बैठक की कार्यवाही प्रारंभ की।

बैठक के प्रारंभ में पिछली तिमाही में हिंदी में प्रशंसनीय कार्य करने वाले कुल पांच कर्मचारियों को महाप्रबंधक महोदय के कर-कमलों से पुरस्कृत किया गया।

146.1   मुराधि का संबोधन                            

मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक श्री रवि शेखर सिन्हा ने सर्वप्रथम समिति को हिंदी में उत्कृष्ट कार्य के लिए रेलवे बोर्ड द्वारा चिरेका को प्रदत्त रेल मंत्री राजभाषा शील्ड के रूप में प्रथम पुरस्कार प्रदान किए जाने के बारे में सूचित किया। समिति के सभी सदस्यों ने इस पर प्रसन्नता जाहिर की। मुख्य राजभाषा अधिकारी ने कहा कि यह हम सबके लिए गौरव की बात है। इस गरिमा को बनाए रखना हम सबकी जिम्मेवारी है। भारत विविधताओं से भरा एक विशाल प्रजातांत्रिक देश है। इस देश में बहुभाषी लोगों के बीच संवाद के लिए संपर्क भाषा के रूप में हिंदी को अपनाया गया। हम राजभाषा के रूप में हिंदी का प्रयोग कर देश की सच्चे अर्थों में सेवा कर सकते हैं जो देश की एकता व अखंडता के लिए बहुत आवश्यक है।

इसके पश्चात् राजभाषा अधिकारी ने कार्यसूची पर विस्तार से चर्चा प्रारंभ की।

146.2    निर्धारित प्रयोजनों में हिंदी-अंग्रेजी का प्रयोग

146.2.1  धारा 3(3) का अनुपालन

जून, 21 एवं सितम्बर, 21 की तिमाही के दौरान क्रमशः  1340 एवं 1984 दस्तावेज जारी किए गए जो सभी द्विभाषी में थे। निष्पादन निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप 100% रहा है। राजभाषा अधिकारी ने सदस्यों से इस लक्ष्य को बनाए रखने का अनुरोध किया।                                             (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

146.2.2  हिंदी में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में

जून, 21 तिमाही में कुल 112 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें से 63 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया, शेष 49 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। इसी प्रकार सितम्बर, 21 तिमाही में कुल 164 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें 84 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया, शेष 80 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। राजभाषा अधिकारी ने सभी विभागों को इस लक्ष्य को बनाए रखने के लिए प्रयास जारी रखने का अऩुरोध किया ।

                                                       (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

146.2.3  मूल पत्राचार

हिंदी में मूल पत्राचार का निर्धारित लक्ष्य 55% है। राधि ने बताया कि जून एवं सितम्बर, 21 तिमाही में हमने लक्ष्य के अनुसार पत्राचार किया है। सभी से अनुरोध है कि अधिक से अधिक मूल पत्राचार हिन्दी में करने का यथासंभव प्रयास किया जाए। महाप्रबंधक महोदय ने सभी विभागों को निर्धारित लक्ष्य से ऊपर मूल पत्राचार किए जाने पर बल दिया।                                                        (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

146.3  रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष / फाइल कवरों पर विषय आदि

चिरेका के अधिकांश विभागों में प्रयुक्त रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष /फाइल कवरों पर विषय आदि  द्विभाषी में हैं । राधि ने उपस्थित सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि वे अपने-अपने विभाग में नई खोली जाने वाली फाइलों में प्रारंभ में ही हिंदी-अंग्रेजी में शीर्ष लिखने पर कर्मचारियों को प्रेरित करें।

    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

146.4  रबड़ की मोहरें/नामपट्ट/सूचना बोर्ड तथा दीवारों/फर्नीचरों/उपकरणों आदि पर द्विभाषी अंकन

चिरेका के सभी विभागों में प्रयुक्त रबड़ की मोहरें/धातु सीलें द्विभाषी हैं। नाम पट्ट/सूचना बोर्ड  त्रिभाषी हैं तथा दीवारों/ फर्नीचर/उपकरणों आदि पर अंकन द्विभाषी हैं। राधि ने बताया कि चित्तरंजन नगरी में लगाए गए कुछ बोर्डों में हिन्दी की वर्तनी अशुद्ध है। संबंधित अधिकारी से इनमें शीघ्र सुधार करने का अनुरोध किया गया।                     

    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

          146.5 हिंदी में प्रशिक्षण

जनवरी-मई, 2021 सत्र में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कर्मचारियों की परीक्षा लॉक डाउन की वजह से आयोजित नहीं हो पाई थी। जनवरी-मई, 2021 सत्र के कुल 84 कर्मचारियों ने तथा जुलाई-नवम्बर, 2021 सत्र के कुल 101 कर्मचारियों ने नवम्बर, 2021 में प्रवीण, प्राज्ञ तथा पारंगत की परीक्षा दी। अगला सत्र जनवरी-मई 2022 में प्रारंभ किया जाएगा।                              (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी)

146.छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करना.

राधि ने कहा कि नई व्यवस्था के अनुसार पास/पीटीओ हेतु आवेदन ऑन-लाइन किया जाना है। फिलहाल एच आर एम एस में यह व्यवस्था केवल अंग्रेजी में है। हिंदी भाषा में यह शुरू किए जाने पर फॉर्म ऑन-लाइन हिंदी में भी भरे जाएंगे। महाप्रबंधक कार्यालय, कारखाना कार्यालय, भंडार/चित्तरंजन तथा विद्युत/डानकुनी कार्यालय द्वारा ड्यूटी पास हिंदी में भी जारी किए जाते हैं।

                  (कार्रवाई – प्रमुकाधि, उप मुकाधि/कारखाना, संपर्क अधिकारी)

146.7 वेबसाइट

राजभाषा विभाग द्वारा विभिन्न विभागों से प्राप्त वेबसाइट विषयक सामग्री का अनुवाद हिंदी में किया जाता है। राधि ने कहा कि सभी विभाग अपने विभाग की वेबसाइट के द्विभाषीकरण हेतु आवश्यक कार्रवाई करें। साथ ही अपने-अपने विभाग से वेबसाइट के द्विभाषीकरण संबंधित जानकारी राजभाषा विभाग को भी भिजवाने के लिए अनुरोध किया। अगर किसी विभाग की वेबसाइट सिर्फ अंग्रेजी में है तो उसके अनुवाद हेतु राजभाषा विभाग से सहायता ली जाए।                                                      (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/संपर्क अधिकारी)

146.8   पुस्तकालय

चिरेका में कुल 13 हिंदी पुस्तकालय अवस्थित हैं। इनके अलावा प्रशासन भवन में एक सामान्य पुस्तकालय सुचारू ढंग  चलाया जा रहा है। इस पुस्तकालय में विभिन्न भाषाओं की पुस्तकें उपलब्ध हैं।  सभी अधिकारियों से अऩुरोध है कि वे अपने-अपने विभाग में स्थित पुस्तकालयों के साथ-साथ सामान्य पुस्तकालय का भी अधिकाधिक लाभ उठाएं।                                                    ( कार्रवाई - संबंधित विभाग )


 

                                                                                                                               

146.भर्ती/विभागीय परीक्षाओं में हिंदी का वैकल्पिक माध्यम

रेलवे बोर्ड के अनुसार विभागीय परीक्षाओं में पूर्णांक का 10% प्रश्न राजभाषा संबंधी होना चाहिए। साथ ही भर्ती विभागीय परीक्षाओं में हिंदी के वैकल्पिक माध्यम की सुविधा अवश्य होनी चाहिए। इन सबका पूर्ण तरीके से पालन किया जाता है। सभी अधिकारियों को राजभाषा विषयक प्रश्नों की एक प्रश्नावली उत्तर के साथ पहले ही उपलब्ध करवाई गई है।

                                                                                    (कार्रवाई - सभी संपर्क अधिकारी)

146.10  प्रोत्साहन  योजनाएं

चिरेका में लागू प्रोत्साहन योजनाओं का सभी को लाभ उठाने पर बल दिया गया। प्रोत्साहन योजनाओं से संबंधित जानकारी समय-समय पर जारी की जाती है।                 (कार्रवाई - सभी संपर्क अधिकारी)

146.11  आई जी/रेल सुरक्षा बल ने आश्वासन दिया कि सुरक्षा विभाग से भेजी जाने वाली दैनिक रिपोर्ट हिंदी

             में भेजी जाएगी।

मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक ने बताया कि वे स्वयं अधिकतर फाइलों में टिप्पणी हिंदी में लिख रहे हैं। अन्य अधिकारी भी अपने-अपने विभाग की फाइलों पर टिप्पणी हिंदी में लिखें।

प्रधान वित्त सलाहकार ने कहा कि विभागीय परीक्षाओं में जो 10%प्रश्न राजभाषा से संबंधित होते हैं, उनका उत्तर देना अनिवार्य होना चाहिए।

मुख्य सतर्कता अधिकारी ने सुझाव दिया कि जिस भी विभाग में राजभाषा संबंधी निरीक्षण किया जाता है, उससे संबंधित मुख्य बातें बैठक में बताई जाएं ताकि दूसरे विभाग में इसे अपने विभाग में लागू कर सकें।

146.11  महाप्रबंधक का संबोधन 

महाप्रबंधक महोदय ने अपने अभिभाषण में सर्वप्रथम रेलवे बोर्ड द्वारा चिरेका को हिंदी में प्रशंसनीय कार्य करने के लिए प्राप्त रेल मंत्री राजभाषा शील्ड प्राप्त होने पर बधाई दी तथा आशा व्यक्त की कि इसी प्रकार भविष्य में भी सभी अधिक से अधिक कार्य हिंदी में करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि मूल पत्राचार में 55% लक्ष्य प्राप्त करना आसान है, हम सबको इसी लक्ष्य पर संतुष्ट न रहकर इसे अधिक से अधिक बढ़ाना चाहिए। अध्यक्ष महोदय ने गूगल ट्रांसलेट का सहयोग लेकर हिंदी का प्रयोग बढ़ाने पर भी बल दिया। साथ ही उन्होंने हिंदी टंकण एवं आशुलिपि प्रशिक्षण हेतु शेष कर्मचारियों का प्रशिक्षण भी पूरा करने को कहा। महाप्रबंधक महोदय ने आगे कहा कि कार्यालय के कार्यों में क्लिष्ट हिंदी का प्रयोग न करें तथा तकनीकी शब्दों के हिंदी अऩुवाद के लिए रुकें नहीं बल्कि उन्हें देवनागरी लिपि में वैसे ही लिखें। अनेक देशों ने अपनी भाषा में शत-प्रतिशत कार्य करके अच्छी तरक्की हासिल की है, अंग्रेजी पर ही निर्भर रहने का कोई औचित्य नहीं है। इस तथ्य को मद्देऩजर रखते हुए हम सबको भी राजभाषा हिंदी में कार्य करने को निरंतर आगे बढ़ाते रहना है।

                        इसके बाद राजभाषा अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के उपरांत बैठक सम्पन्न हुई।

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चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दिनांक 14.09.2021 को आयोजित 145 वीं बैठक का कार्यवृत्त

        महाप्रबंधक/चिरेका की अध्यक्षता में चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 145वीं बैठक दिनांक 14.09.2021 को 15.00 बजे प्रशासन भवन सभाकक्ष में आयोजित की गई। कोरोना महामारी के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठक में महाप्रबंधक महोदय के अलावा केवल प्रधान विभागाध्यक्षों ने ही भाग लिया। शेष अधिकारियों ने विडियो कॉनफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया। राजभाषा अधिकारी डॉ. मधुसूदन दत्त ने समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया और बैठक की कार्यवाही प्रारंभ की। बैठक के प्रारंभ में महाप्रबंधक महोदय ने सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर तथा दीप प्रज्वलित कर राजभाषा पखवाड़ा 2021 का शुभारंभ किया।

145.1   मुराधि का संबोधन

             मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक श्री रवि शेखर सिन्हा ने सर्वप्रथम समिति को 14 सितम्बर को मनाए जाने वाले हिंदी दिवस के महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विगत 70 वर्षों में हिंदी की शब्द संपदा का जितना विस्तार और विकास हुआ है, उतना विश्व की किसी भी अन्य भाषा में नहीं हुआ है। आज हिंदी विश्व की एक प्रमुख भाषा बन चुकी है। अन्य सरकारी विभागों की अपेक्षा भारतीय रेल के कार्मिकों ने हिंदी को देश में समुचित स्थान दिया है। भारत के हर कोने में हिंदी को पुष्पित एवं पल्लवित करने में भारतीय रेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने हिंदी दिवस के पावन अवसर पर सभी को हिंदी के प्रति संवैधानिक एवं नैतिक दायित्वों के निर्वहन की प्रतिबद्धता को दोहराने का संकल्प लेने पर बल दिया।                      

145.2    निर्धारित प्रयोजनों में हिंदी-अंग्रेजी का प्रयोग

145.2.1  धारा 3(3) का अनुपालन

 मार्च, 21 एवं जून, 21 की तिमाही के दौरान क्रमशः 2706 एवं 1340 प्रलेख जारी किए गए जो सभी द्विभाषी में थे। निष्पादन लक्ष्य के अनुरूप 100% रहा है। सभी सदस्यों से इस लक्ष्य को बनाए रखने का अनुरोध किया गया।    

         (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

145.2.2  हिंदी  में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में

मार्च, 21 तिमाही में कुल 123 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें 62 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया, शेष 61 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। इसी प्रकार जून, 21 तिमाही में कुल 112 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें से 63 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया, शेष 49 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। राधि ने कहा कि हिंदी में प्राप्त पत्रों का हिंदी में उत्तर देने का शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त है। इस लक्ष्य को बनाए रखने के लिए सभी विभाग प्रयास जारी रखेंगे ।

                                                          (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

145.2.3  मूल पत्राचार

चिरेका "ग" क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। हिंदी में मूल पत्राचार का लक्ष्य 55% है। राधि ने कहा कि  मार्च और जून, 21 तिमाही में हमने लक्ष्य के अनुसार पत्राचार किया है, तथापि सभी से अनुरोध किया जाता है कि अधिक से अधिक मूल पत्राचार हिन्दी में करने का यथासंभव प्रयास किया जाए। महाप्रबंधक महोदय ने सभी विभागाध्यक्षों से कहा कि मूल पत्राचार में अधिकांश आंकड़े शून्य दर्शाए जाते हैं, इस और सभी ध्यान दें तथा मूल पत्राचार को अधिक से अधिक बढ़ाया जाए।                                            (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

145.3  रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष / फाइल कवरों पर विषय आदि

चिरेका के अधिकांश विभागों में प्रयुक्त रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष /फाइल कवरों पर विषय आदि  द्विभाषी में हैं । राधि ने बताया कि राजभाषा निरीक्षण के दौरान नई खोली गई कुछ फाइलों पर विषय आदि केवल अंग्रेजी में लिखे गए हैं। राधि ने उपस्थित सभी प्रधान विभागाध्यक्षों से अनुरोध किया कि वे अपने-अपने विभाग के लिए अपने हस्ताक्षऱ से इस आशय का पत्र जारी करें तो यह ज्यादा कारगार सिद्ध होगा।

    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

145.4  रबड़ की मोहरें/नामपट्ट/सूचना बोर्ड तथा दीवारों/फर्नीचरों/उपकरणों आदि पर द्विभाषी अंकन

चिरेका के सभी विभागों में प्रयुक्त रबड़ की मोहरें/धातु सीलें द्विभाषी हैं। नाम पट्ट/सूचना बोर्ड  त्रिभाषी हैं तथा दीवारों/ फर्नीचर/उपकरणों आदि पर अंकन द्विभाषी हैं। राधि ने बताया कि चित्तरंजन नगरी में कुछ बोर्डों में हिन्दी की वर्तनी अशुद्ध है। संबंधित अधिकारी से इनमें शीघ्र सुधार करने का अनुरोध किया गया।                                                                              (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)    

  145.5 हिंदी में प्रशिक्षण

जनवरी-मई, 2021 सत्र में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कर्मचारियों की परीक्षा लॉक डाउन की वजह से आयोजित नहीं हो पाई है। इस सत्र में कुल 94 कर्मचारी प्रशिक्षणाधीन थे। जुलाई-नवम्बर, 2021 सत्र में कुल 101 कर्मचारी प्रशिक्षणाधीन हैं। आशा की जाती है कि उक्त दोनों सत्र की परीक्षा नवम्बर, 21 में आयोजित की जाएगी।

      (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी)

145.6  छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करना.

राधि ने कहा कि नई व्यवस्था के अनुसार पास/पीटीओ हेतु आवेदन ऑन-लाइन किया जाना है। फिलहाल एच आर एम एस में यह व्यवस्था केवल अंग्रेजी में है। हिंदी भाषा में यह शुरू किए जाने पर फॉर्म ऑन-लाइन हिंदी में भी भरे जाएंगे। महाप्रबंधक कार्यालय, कारखाना कार्यालय, भंडार/चित्तरंजन तथा विद्युत/डानकुनी कार्यालय द्वारा ड्यूटी पास हिंदी में भी जारी किए जाते हैं।

                                                                 (कार्रवाई – प्रमुकाधि, उप मुकाधि/कारखाना, संपर्क अधिकारी)

  1. वेबसाइट

राजभाषा विभाग द्वारा विभिन्न विभागों से प्राप्त वेबसाइट विषयक सामग्री का अनुवाद हिंदी में किया जाता है। राधि ने कहा कि सभी विभाग अपने विभाग की वेबसाइट के द्विभाषीकरण हेतु आवश्यक कार्रवाई करें। अगर किसी विभाग की वेबसाइट सिर्फ अंग्रेजी में है तो उसके अनुवाद हेतु राजभाषा विभाग से सहायता ली जाए।   

                                 (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/संपर्क अधिकारी)

145.8   पुस्तकालय

चिरेका में कुल 13 हिंदी पुस्तकालय अवस्थित हैं। इनके अलावा प्रशासन भवन में एक सामान्य पुस्तकालय सुचारू ढंग  चलाया जा रहा है। इस पुस्तकालय में विभिन्न भाषाओं की पुस्तकें उपलब्ध हैं।  सभी अधिकारियों से अऩुरोध है कि वे अपने-अपने विभाग में स्थित पुस्तकालयों के साथ-साथ सामान्य पुस्तकालय का भी अधिकाधिक लाभ उठाएं।                                                   ( कार्रवाई - संबंधित विभाग )                                                                            

145.9  भर्ती/विभागीय परीक्षाओं में हिंदी का वैकल्पिक माध्यम

रेलवे बोर्ड के अनुसार विभागीय परीक्षाओं में पूर्णांक का 10% प्रश्न राजभाषा संबंधी होना चाहिए। साथ ही भर्ती विभागीय परीक्षाओं में हिंदी के वैकल्पिक माध्यम की सुविधा अवश्य होनी चाहिए। इन सबका पूर्ण तरीके से पालन किया जाता है। सभी अधिकारियों को राजभाषा विषयक प्रश्नों की एक प्रश्नावली उत्तर के साथ पहले ही उपलब्ध करवाई गई है।                                                        (कार्रवाई - सभी संपर्क अधिकारी)

145.10  प्रोत्साहन  योजनाएं

चिरेका में लागू प्रोत्साहन योजनाओं का सभी को लाभ उठाने पर बल दिया गया। प्रोत्साहन योजनाओं से संबंधित जानकारी समय-समय पर जारी की जाती है                              । (कार्रवाई - सभी संपर्क अधिकारी)

145.11  महाप्रबंधक का संबोधन 

महाप्रबंधक महोदय ने अपने अभिभाषण में सर्वप्रथम हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर सभी को हार्दिक सुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि इतने वर्ष बीत जाने के बावजूद राजभाषा को पूर्णत: अपनाने का सपना अभी तक साकार नहीं हो पाया है।  इसे साकार करने का दायित्व हम सबका है। यदि हम राजभाषा में अपने कार्यों का आकलन करें तो हमें ज्ञात होगा कि अभी बहुत कुछ करना शेष है। हमें हिंदी को अपने कार्य की, पत्राचार एवं जन संवाद की भाषा के रूप में अंगीकार करना होगा। हमें हिंदी को जन-जन तक पहुँचाना है। आज के इस शुभ दिन में हम सब नि:स्वार्थ भाव से राष्ट्रहित में राजभाषा हिंदी को पूरे देश की संपर्क भाषा बनाने का संकल्प लें।                      

                        इसके बाद राजभाषा अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के उपरांत बैठक सम्पन्न हुई।

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चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दिनांक 30.06.2021 को आयोजित 144वीं बैठक का कार्यवृत्त

 

महाप्रबंधक/चिरेका की अध्यक्षता में चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 144वीं बैठक दिनांक 30.06.2021 को 11.30 बजे प्रशासन भवन सभाकक्ष में आयोजित की गई। कोरोना महामारी के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठक में महाप्रबंधक महोदय के अलावा केवल प्रधान विभागाध्यक्षों ने ही भाग लिया। शेष अधिकारियों ने विडियो कॉनफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया। राजभाषा अधिकारी डॉ. मधुसूदन दत्त ने समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया और बैठक की कार्यवाही प्रारंभ की।

       143.1   मुराधि का संबोधन

मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक श्री रवि शेखर सिन्हा ने सर्वप्रथम समिति को सूचित किया कि सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सहयोग से चिरेका को रेल मंत्री राजभाषा शील्ड/ट्रॉफी तथा चल वैजयंती पुरस्कार योजना-आधार वर्ष 2018 के अंतर्गत हिंदी में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रथम पुरस्कार हेतु चुना गया है। समिति के सदस्यों द्वारा ताली बजाकर खुशी का इजहार किया गया। मुराधि ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हम सबको गृह मंत्रालय द्वारा विभिन्न मदों हेतु निर्धारित किए गए लक्ष्यों के अनुसार कार्य करना है और निर्धारित लक्ष्यों से भी आगे बढ़ना है। यह हम सबकी नैतिक जिम्मेवारी है कि राजभाषा हिंदी में हम स्वयं कार्य करें और अपने अधीन कार्यरत कर्मचारियों को भी हिंदी में अधिक से अधिक काम करने के लिए प्रोत्साहित करें।

        143.2    निर्धारित प्रयोजनों में हिंदी-अंग्रेजी का प्रयोग

143.2.1  धारा 3(3) का अनुपालन

दिसम्बर, 20 एवं मार्च, 21 की तिमाही के दौरान क्रमशः  2713 एवं 2706 प्रलेख जारी किए गए जो सभी द्विभाषी में थे । निष्पादन लक्ष्य के अनुरूप100% रहा है। सभी सदस्यों से इस लक्ष्य को बनाए रखने का अनुरोध किया गया।

(कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

         143.2.2  हिंदी  में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में

दिसम्बर, 20 तिमाही में कुल 166 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें से 56 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया, शेष 110 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। इसी प्रकार मार्च, 21 तिमाही में कुल 123 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें 62 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया, शेष 61 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। राधि ने कहा कि हिंदी में प्राप्त पत्रों का हिंदी में उत्तर देने का शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त है। इस लक्ष्य को बनाए रखने के लिए सभी विभाग प्रयास जारी रखेंगे ।

                                                       (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

       143.2.3  मूल पत्राचार

चिरेका "ग" क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। हिंदी में मूल पत्राचार का लक्ष्य 55% है। राधि ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि दिसम्बर और मार्च तिमाही में हमने लक्ष्य के अनुसार पत्राचार किया है, तथापि सभी से अनुरोध किया जाता है कि अधिक से अधिक मूल पत्राचार हिन्दी में करने का यथासंभव प्रयास किया जाए।

                         (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

       143.3  रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष / फाइल कवरों पर विषय आदि

चिरेका के अधिकांश विभागों में प्रयुक्त रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष /फाइल कवरों पर विषय आदि  द्विभाषी में हैं । राधि ने बताया कि राजभाषा निरीक्षण के दौरान नई खोली गई कुछ फाइलों पर विषय आदि केवल अंग्रेजी में लिखे गए हैं। राधि ने उपस्थित सभी प्रधान विभागाध्यक्षों से अनुरोध किया कि वे अपने-अपने विभाग के लिए अपने हस्ताक्षऱ से इस आशय का पत्र जारी करें तो यह ज्यादा कारगार सिद्ध होगा।

    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

        143.4  रबड़ की मोहरें/धातु सीलें/नामपट्ट/सूचना बोर्ड तथा दीवारों/फर्नीचरों/उपकरणों आदि पर द्विभाषी  

           अंकन

चिरेका के सभी विभागों में प्रयुक्त रबड़ की मोहरें/धातु सीलें द्विभाषी हैं। नाम पट्ट/सूचना बोर्ड  त्रिभाषी हैं तथा दीवारों/ फर्नीचर/उपकरणों आदि पर अंकन द्विभाषी हैं। राधि ने बताया कि चित्तरंजन नगरी में कुछ बोर्डों में हिन्दी की वर्तनी अशुद्ध है। संबंधित अधिकारी से इनमें शीघ्र सुधार करने का अनुरोध किया गया।                                                                             (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

        143.5 हिंदी में प्रशिक्षण

जनवरी-मई, 2020 में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कर्मचारियों की परीक्षा नवम्बर, 2020 माह में आयोजित की गई। इस सत्र में कुल 28 कर्मचारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। जनवरी-मई 2021 सत्र में कुल 94 कर्मचारी प्रशिक्षणाधीन हैं। परंतु लॉक डाउन की वजह से मई, 2021 में परीक्षा आयोजित नहीं की गई है। आशा है इस सत्र की परीक्षा नवम्बर, 2021 सत्र के साथ होगी। हिन्दी टंकण में प्रशिक्षणाधीन कर्मचारी भी लॉक डाउन की वजह से फॉर्म नहीं भर पाए हैं। परिस्थितियां अनुकूल होने पर इनके प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।

      (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी)

          143.6   छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करना.

राधि ने कहा कि नई व्यवस्था के अनुसार  पास/पीटीओ हेतु आवेदन ऑन-लाइन किया जाना है। फिलहाल एच आर एम एस में यह व्यवस्था केवल अंग्रेजी में है। हिंदी भाषा में यह शुरू किए जाने पर फॉर्म ऑन-लाइन हिंदी में भी भरे जाएंगे। कार्मिक विभाग द्वारा चिरेका में जारी किए जाने वाले कार्ड पास हिन्दी में जारी किए जा रहे हैं।                                                  (कार्रवाई – प्रमुकाधि, उप मुकाधि/कारखाना, संपर्क अधिकारी)            

143. वेबसाइट 

राजभाषा विभाग द्वारा विभिन्न विभागों से प्राप्त वेबसाइट विषयक सामग्री का अनुवाद हिंदी में किया जाता है। राधि ने कहा कि सभी विभाग अपने विभाग की वेबसाइट के द्विभाषीकरण हेतु आवश्यक कार्रवाई करें। अगर किसी विभाग की वेबसाइट सिर्फ अंग्रेजी में है तो उसके अनुवाद हेतु राजभाषा विभाग से सहायता ली जाए।   

  (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/संपर्क अधिकारी)

         143.8   पुस्तकालय

चिरेका में कुल 13 हिंदी पुस्तकालय अवस्थित हैं। इनके अलावा प्रशासन भवन में एक सामान्य पुस्तकालय सुचारू ढंग  चलाया जा रहा है। इस पुस्तकालय में विभिन्न भाषाओं की पुस्तकें उपलब्ध हैं।  सभी अधिकारियों से अपने-अपने विभाग में स्थित पुस्तकालयों का अधिकाधिक लाभ उठाने का अनुरोध किया गया।                                                                                                                                                                                                  ( कार्रवाई - संबंधित विभाग )

 

       143.भर्ती/विभागीय परीक्षाओं में हिंदी का वैकल्पिक माध्यम

रेलवे बोर्ड के अनुसार विभागीय परीक्षाओं में पूर्णांक का 10% प्रश्न राजभाषा संबंधी होना चाहिए। साथ ही भर्ती विभागीय परीक्षाओं में हिंदी के वैकल्पिक माध्यम की सुविधा अवश्य होनी चाहिए। इन सबका पूर्ण तरीके से पालन किया जाता है। सभी अधिकारियों को राजभाषा विषयक प्रश्नों की एक प्रश्नावली उत्तर के साथ पहले ही उपलब्ध करवाई गई है।

                                                                                     (कार्रवाई - सभी संपर्क अधिकारी)

      143.10  प्रोत्साहन  योजनाएं

चिरेका में लागू प्रोत्साहन योजनाओं का सभी को लाभ उठाने पर बल दिया गया। प्रोत्साहन योजनाओं से संबंधित जानकारी समय-समय पर जारी की जाती है।                                          (कार्रवाई - सभी संपर्क अधिकारी)

       143.11  राजभाषा विभाग द्वारा आगामी दिनों के लिए एक कार्य योजना बनाई गई है जो इस प्रकार है –

              क) विभिन्न कार्यालयों / विभागों में राजभाषा विषयक निरीक्षण करना।

     ख) चिरेका में अधिकतर कार्य हिंदी में करने वाले 01 कर्मचारी का नाम नराकास व्यक्तिगत  

                   पुरस्कार हेतु भेजा जाना।                                                                                    

               ग) किसी मूर्धन्य साहित्यकार / कवि की जयंती मनाना।

143.11  महाप्रबंधक का संबोधन 

महाप्रबंधक महोदय ने अपने अभिभाषण में सर्वप्रथम चिरेका को हिंदी में उत्कृष्ट कार्य करने पर रेलवे बोर्ड द्वारा प्रथम स्थान दिए जाने पर सभी सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के पुरस्कार हमेशा सभी को प्रोत्साहित करते हैं। इससे हमारे अंदर हिंदी में काम करने के प्रति और अधिक जागरुकता बढ़ेगी। भारत में हिंदी ही एकमात्र ऐसी भाषा है जो अधिक से अधिक लोगों को आपस में जोड़ती है। इसलिए इसकी महत्ता को बनाए रखना हम सबकी नैतिक जिम्मेवारी है। हिंदी के उन्नयन को बढ़ाने के लिए हम सबको हिंदी की सहजता, सरलता, सुगमता और एकरूपता पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

          अध्यक्ष महोदय ने सभी सदस्यों से कहा कि राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय ने हिंदी में कार्य करने के लिए जो लक्ष्य दिए हैं, उन्हें चिरेका प्राप्त कर चुका है। इसलिए हम सभी को प्रयत्न करना चाहिए कि हर मद हेतु निर्धारित 55% के लक्ष्य से आगे बढ़कर हम कम से कम 75% तक के लक्ष्य को प्राप्त करें।

                        इसके बाद राजभाषा अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के उपरांत बैठक सम्पन्न हुई।

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चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दिनांक 22.03.2021 को आयोजित 143वीं बैठक का कार्यवृत्त

 

महाप्रबंधक/चिरेका की अध्यक्षता में चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 143वीं बैठक दिनांक 22.03.2021 को 12.00 बजे प्रशासन भवन सभाकक्ष में आयोजित की गई। कोरोना महामारी के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठक में महाप्रबंधक महोदय के अलावा केवल प्रधान विभागाध्यक्षों ने ही भाग लिया। शेष अधिकारियों ने विडियो कॉनफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया। राजभाषा अधिकारी डॉ. मधुसूदन दत्त ने समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया और बैठक की कार्यवाही प्रारंभ की।

      143.1   मुराधि का संबोधन

मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक श्री रवि शेखर सिन्हा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठकों का आयोजन तिमाही में राजभाषा की प्रगति तथा इसके प्रयोग प्रसार में गति लाने के उपायों पर विचार विमर्श करने के लिए किया जाता है। चिरेका के ग क्षेत्र में होने के बावजूद राजभाषा का प्रयोग अच्छी गति से हो रहा है और हमें गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्धारित लक्ष्यों को हमेशा बनाए रखने के लिए दैनिक कार्यालयी कार्यों में हिन्दी के प्रयोग को और भी बढ़ावा देना होगा। भारत के हर कोने में हिन्दी को पुष्पित एवं पल्लवित करने में भारतीय रेल की अहम भूमिका है। उन्होंने सभी सदस्यों को राजभाषा के प्रयोग को अधिक से अधिक क्षेत्रों में बढ़ाने का अनुरोध किया।

       143.2    निर्धारित प्रयोजनों में हिंदी-अंग्रेजी का प्रयोग

143.2.1  धारा 3(3) का अनुपालन

सितम्बर, 20 एवं दिसम्बर, 20 की तिमाही के दौरान क्रमशः  2281 एवं 2713 प्रलेख जारी किए गए जो सभी द्विभाषी में थे । निष्पादन प्रतिशत 100% रहा है। सभी सदस्यों से इस लक्ष्य को बनाए रखने का अनुरोध किया गया।        

(कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

       143.2.2  हिंदी  में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में

 

सितम्बर, 20 तिमाही में कुल 216 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें 112 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया, शेष 104 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। इसी प्रकार दिसम्बर, 20 तिमाही में कुल 166 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें से 56 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया। शेष 110 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। राधि ने कहा कि हिंदी में प्राप्त पत्रों का हिंदी में उत्तर देने का शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त है। इस लक्ष्य को बनाए रखने के लिए सभी विभाग प्रयास जारी रखेंगे ।

                                                       (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

143.2.3  मूल पत्राचार

 

चिरेका "ग" क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। हिंदी में मूल पत्राचार का लक्ष्य 55% है। राधि ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि सितम्बर और दिसम्बर तिमाही में हमने लक्ष्य के अनुसार पत्राचार किया है, तथापि सभी से अनुरोध किया जाता है कि अधिक से अधिक मूल पत्राचार हिन्दी में करने का यथासंभव प्रयास किया जाए।

                         (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

 

       143.3  रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष / फाइल कवरों पर विषय आदि

 

चिरेका के विभागों में प्रयुक्त रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष /फाइल कवरों पर विषय आदि  द्विभाषी में हैं । राधि ने बताया कि राजभाषा निरीक्षण के दौरान नई खोली गई कुछ फाइलों पर विषय आदि केवल अंग्रेजी में लिखे गए हैं, अनुरोध है कि इस ओर विशेष ध्यान दिया जाए और नई खोले जाने वाली फाइलों परर विषय आदि प्रारंभ में ही द्विभाषी रूप में लिख दिया जाए। राधि ने सभी प्रधान विभागाध्यक्षों से अनुरोध किया कि यदि वे अपने विभाग को अपने हस्ताक्षर से इस आशय का पत्र जारी करते हैं तो ये काफी प्रेरक होगा।                                            

    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

 

         143.4  रबड़ की मोहरें/धातु सीलें/नामपट्ट/सूचना बोर्ड तथा दीवारों/फर्नीचरों/उपकरणों आदि पर द्विभाषी  

           अंकन

 

चिरेका के सभी विभागों में प्रयुक्त रबड़ की मोहरें/धातु सीलें द्विभाषी हैं। नाम पट्ट/सूचना बोर्ड  त्रिभाषी हैं तथा दीवारों/ फर्नीचर/उपकरणों आदि पर अंकन द्विभाषी हैं। राधि ने बताया कि चित्तरंजन नगरी में कुछ बोर्डों में हिन्दी की वर्तनी अशुद्ध है। संबंधित अधिकारी से इनमें शीघ्र सुधार करने का अनुरोध किया गया।                                                                                      

    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

                                           

         143.5 हिंदी में प्रशिक्षण

जनवरी-मई, 2020 में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कर्मचारियों की परीक्षा नवम्बर, 20 माह में आयोजित की गई। इस सत्र में कुल 28 कर्मचारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। जनवरी-मई 2021 सत्र में कुल 94 कर्मचारी प्रशिक्षणाधीन हैं। हिन्दी टंकण में प्रशिक्षणाधीन कर्मचारी भी लॉक डाउन की वजह से फॉर्म नहीं भर पाए हैं। परिस्थितियां अनुकूल होने पर इनके प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।

      (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी)

         143.6   छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करना.

 

राधि ने कहा कि नई व्यवस्था के अनुसार  पास/पीटीओ हेतु आवेदन ऑन-लाइन किया जाना है। फिलहाल एच आर एम एस में यह व्यवस्था केवल अंग्रेजी में है। हिंदी भाषा में यह शुरू किए जाने पर फॉर्म ऑन-लाइन हिंदी में भी भरे जाएंगे। कारखाना कार्यालय, भंडार कार्यालय एवं महाप्रबंधक कार्य़ालय में ड्यूटी पास हिंदी में जारी किए जाते हैं। कार्मिक विभाग द्वारा चिरेका में जारी किए जाने वाले कार्ड पास हिन्दी में जारी किए जा रहे हैं।                                                                            (कार्रवाई – प्रमुकाधि, उप मुकाधि/कारखाना, संपर्क अधिकारी)

       143.7 वेबसाइट

राजभाषा विभाग द्वारा विभिन्न विभागों से प्राप्त वेबसाइट विषयक सामग्री का अनुवाद हिंदी में किया जाता है। राधि ने कहा कि सभी विभाग अपने विभाग की वेबसाइट के द्विभाषीकरण हेतु आवश्यक कार्रवाई करें। अगर किसी विभाग की वेबसाइट सिर्फ अंग्रेजी में है तो उसके अनुवाद हेतु राजभाषा विभाग से सहायता ली जाए। 

                                                                               (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/संपर्क अधिकारी)

        143.8   पुस्तकालय

चिरेका में कुल 13 हिंदी पुस्तकालय अवस्थित हैं। इनके अलावा प्रशासन भवन में एक सामान्य पुस्तकालय सुचारू ढंग  चलाया जा रहा है। इस पुस्तकालय में विभिन्न भाषाओं की पुस्तकें उपलब्ध हैं।  सभी अधिकारियों से अपने-अपने विभाग में स्थित पुस्तकालयों का अधिकाधिक लाभ उठाने का अनुरोध किया गया। आईजी/रेसुबल ने बताया कि सुरक्षा विभाग का हिंदी पुस्तकालय कमरे के अभाव में बंद पड़ा है। इसके लिए उचित स्थान उपलब्ध करवाया जाए। इस पर महाप्रबंधक महोदय ने सुझाव दिया कि यदि किसी बिल्डिंग में एक से अधिक कार्यालय/विभाग हैं तो वहाँ सभी कार्यालय/विभागों के लिए एक ही हिंदी पुस्तकालय होना चाहिए।                                                                                                   ( कार्रवाई - संबंधित विभाग )

 

         143.भर्ती/विभागीय परीक्षाओं में हिंदी का वैकल्पिक माध्यम

रेलवे बोर्ड के अनुसार विभागीय परीक्षाओं में पूर्णांक का 10% प्रश्न राजभाषा संबंधी होना चाहिए। साथ ही भर्ती विभागीय परीक्षाओं में हिंदी के वैकल्पिक माध्यम की सुविधा अवश्य होनी चाहिए। इन सबका पूर्ण तरीके से पालन किया जाता है। सभी अधिकारियों को राजभाषा विषयक प्रश्नों की एक प्रश्नावली उत्तर के साथ पहले ही उपलब्ध करवाई गई है।                                                                                (कार्रवाई - सभी संपर्क अधिकारी)

                                                                                    

        143.10  प्रोत्साहन  योजनाएं

चिरेका में लागू प्रोत्साहन योजनाओं का सभी को लाभ उठाने पर बल दिया गया। प्रोत्साहन योजनाओं से संबंधित जानकारी समय-समय पर जारी की जाती है।

                                                                                       (कार्रवाई - सभी संपर्क अधिकारी)

 

         143.11  महाप्रबंधक का संबोधन 

 

महाप्रबंधक महोदय ने अपने भा षण में कहा कि राजभाषा को दैनिक कामकाज की भाषा के रूप में आत्मसात करने के लिए हमें अपनी मानसिकता को बदलना होगा। सभी अधिकारियों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को हिंदी में कार्य करने हेतु प्रोत्साहित करें जिससे राजभाषा की प्रगति को बल मिल सके। चिरेका में राजभाषा का प्रयोग काफी हद तक बढ़ा है परंतु हमें सरकार द्वारा निर्धारित मानकों तक पहुँचकर ही रुक नहीं जाना है बल्कि उच्चतम शिखर पर पहुँचकर उस स्थिति को बनाए रखने के लिए हमेशा प्रयास करते रहना है।

महाप्रबंधक महोदय ने निम्नलिखित सुझाव दिए :-

  1. जिन विभाग/कार्यालय से मूल पत्राचार में आंकड़े शून्य दर्शाए जाते हैं, उनका निरीक्षण कर स्थिति में सुधार लाने का प्रयत्न किया जाए।
  2. सभी विभाग अपनी वेबसाइट को द्विभाषी करें।
  3. सभी अधिकारी अपने विभाग/कार्यालयों का निरीक्षण करते वक्त वहाँ राजभाषा की प्रगति का भी निरीक्षण करें।

    इसके बाद राजभाषा अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के उपरांत बैठक सम्पन्न हुई।

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चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दिनांक 21.12.2020 को आयोजित 142वीं बैठक का कार्यवृत्त

महाप्रबंधक/चिरेका की अध्यक्षता में चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 142वीं बैठक दिनांक 21.12.2020 को 11.00 बजे प्रशासन भवन सभाकक्ष में आयोजित की गई। कोरोना महामारी के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठक में महाप्रबंधक महोदय के अलावा केवल प्रधान विभागाध्यक्षों ने ही भाग लिया। शेष अधिकारियों ने विडियो कॉनफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया। राजभाषा अधिकारी डॉ. मधुसूदन दत्त ने समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया और कार्यवाही प्रारंभ की।

142.1   मुराधि का संबोधन                              

मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान वित्त सलाहकार श्री रविज सेठ ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सभी विकसित देशों ने आर्थिक, सामाजिक, वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी में प्रगति अपनी भाषा के माध्यम से ही की है। हमें भी अपना अधिकतर सरकारी काम-काज राजभाषा हिन्दी में ही करना चाहिए। हिन्दी में कार्य करने के लिए हमें शब्दों के कारण अटकना नहीं है बल्कि सरल से सरल हिन्दी का प्रयोग करना है। साथ ही आज के इस प्रगतिशील युग में हमें ई-ऑफिस के माध्यम से डिजीटल वर्किंग पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने सभी से समय की मांग को देखते हुए डिजीटल वर्किंग के माध्यम से हिन्दी का अधिकाधिक उपयोग करने पर बल दिया।

 

142.2    निर्धारित प्रयोजनों में हिंदी-अंग्रेजी का प्रयोग

142.2.1  धारा 3(3) का अनुपालन

जून, 20 एवं सितम्बर, 20 की तिमाही के दौरान क्रमशः 1234 एवं 2281 प्रलेख द्विभाषी में जारी किए गए । निष्पादन प्रतिशत 100% रहा है। राधि ने कहा कि आगे भी द्विभाषी दस्तावेजों के निष्पादन का यह प्रतिशत बनाए रखा जाए ।                                                       (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

142.2.2  हिंदी  में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में

जून, 20 तिमाही में कुल 134 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें 44 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया। शेष 90 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। इसी प्रकार सितम्बर, 20 तिमाही में कुल 199 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें से 96 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया। शेष 103 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। राधि ने कहा कि हिंदी में प्राप्त पत्रों का हिंदी में उत्तर देने का शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त है। आशा है इस लक्ष्य को बनाए रखने के लिए सभी विभाग प्रयास जारी रखेंगे ।                 (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

142.2.3  मूल पत्राचार

चिरेका "ग" क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। हिंदी में मूल पत्राचार का लक्ष्य 55% है। राधि ने कहा कि सितम्बर में समाप्त तिमाही में हमने लक्ष्य से कुछ अधिक पत्राचार किया है, फिर भी सभी से अनुरोध किया जाता है कि अधिक से अधिक मूल पत्राचार हिन्दी में करने का यथासंभव प्रयास किया जाए।

                                (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

 

142.3  रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष / फाइल कवरों पर विषय आदि

 

चिरेका के विभागों में प्रयुक्त रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष/फाइल कवरों पर विषय आदि शत-प्रतिशत द्विभाषी में हैं । राधि ने सुझाव दिया कि जब भी कोई नई फाइल खोली जाए तो उस पर विषय आदि प्रारंभ में ही द्विभाषी रूप में लिख दिया जाए।                                            

                                        (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

 

142.4  रबड़ की मोहरें/धातु सीलें/नामपट्ट/सूचना बोर्ड तथा दीवारों/फर्नीचरों/उपकरणों आदि पर द्विभाषी  

           अंकन

चिरेका के सभी विभागों में प्रयुक्त रबड़ की मोहरें/धातु सीलें द्विभाषी हैं। नाम पट्ट/सूचना बोर्ड  त्रिभाषी हैं तथा दीवारों/ फर्नीचर/उपकरणों आदि पर अंकन द्विभाषी हैं। राधि ने बताया कि चित्तरंजन नगरी में कुछ बोर्डों में हिन्दी की वर्तनी अशुद्ध है। अध्यक्ष महोदय ने इनमें शीघ्र सुधार करने का निदेश दिया। 

                      (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

                                           

142.5 हिंदी में प्रशिक्षण

जनवरी-जून, 2020 में कुल 75 ( प्रवीण-54, प्राज्ञ-20 एवं पारंगत-01 ) कर्मचारी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। लॉक डाउन की वजह से सभी प्रशिक्षण स्थगित थे। मई माह में आयोजित होने वाली परीक्षा नहीं हो पाई है जिसके कारण वर्तमान सत्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कर्मचारी परीक्षा नहीं दे पाए थे।  नवम्बर, 2020 माह में इन कर्मचारियों की परीक्षा आयोजित की गई। इसी प्रकार हिन्दी टंकण में प्रशिक्षणाधीन कर्मचारी भी लॉक डाउन की वजह से फॉर्म नहीं भर पाए हैं। परिस्थितियां अनुकूल होने पर इनके प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।

                                (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी)

142.6   छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करना.

 

राधि ने कहा कि छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करने के लिए कर्मचारियों को प्रेरित किया जाता है। कारखाना कार्यालय, भंडार कार्यालय एवं महाप्रबंधक कार्य़ालय में ड्यूटी पास हिंदी में जारी किए जाते हैं। कार्मिक विभाग द्वारा चिरेका में जारी किए जाने वाले कार्ड पास हिन्दी में जारी किए जा रहे हैं।                                                                                      (कार्रवाई – प्रमुकाधि, उप मुकाधि/कारखाना, संपर्क अधिकारी)

142.7 वेबसाइट

राजभाषा विभाग द्वारा विभिन्न विभागों से प्राप्त वेबसाइट विषयक सामग्री का अनुवाद हिंदी में किया जाता है। राधि ने कहा कि सभी विभाग अपने विभाग की वेबसाइट के द्विभाषीकरण हेतु आवश्यक कार्रवाई करें। अगर किसी विभाग की वेबसाइट सिर्फ अंग्रेजी में है तो उसके अनुवाद हेतु राजभाषा विभाग से सहायता ली जाए।

                            (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/संपर्क अधिकारी)

142.8   पुस्तकालय

चिरेका में कुल 13 हिंदी पुस्तकालय अवस्थित हैं। इनके अलावा प्रशासन भवन में एक सामान्य पुस्तकालय कार्यरत है जिसमें हिन्दी के अलावा, बंगला एवं अंग्रेजी पुस्तकें भी उपलब्ध हैं। इस पुस्तकालय को 11.30 मिनट से 18.30 बजे तक खोला जा रहा है ताकि चिरेका में कार्यरत विभिन्न भाषा-भाषी कर्मचारी तथा उनके परिवार के सदस्य इसका लाभ उठा सकें। राधि ने सभी अधिकारियों से अपने-अपने विभाग में स्थित पुस्तकालयों का अधिकाधिक लाभ उठाने का अनुरोध किया।                                              ( कार्रवाईः संबंधित विभाग )

142.भर्ती/विभागीय परीक्षाओं में हिंदी का वैकल्पिक माध्यम

रेलवे बोर्ड के अनुसार विभागीय परीक्षाओं में पूर्णांक का 10% प्रश्न राजभाषा संबंधी होना चाहिए। साथ ही भर्ती विभागीय परीक्षाओं में हिंदी के वैकल्पिक माध्यम की सुविधा अवश्य होनी चाहिए। इन सबका पूर्ण तरीके से पालन किया जाता है। सभी अधिकारियों को राजभाषा विषयक प्रश्नों की एक प्रश्नावली उत्तर के साथ पहले ही उपलब्ध करवाई गई है।                                                                             (कार्रवाई – सभी संपर्क अधिकारी)

142.10  प्रोत्साहन  योजनाएं

राधि ने चिरेका में लागू प्रोत्साहन योजनाओं का सभी को लाभ उठाने पर बल दिया। प्रोत्साहन योजनाओं से संबंधित जानकारी समय-समय पर जारी की जाती है।    (कार्रवाई – सभी संपर्क अधिकारी)

          142.11  महाप्रबंधक का संबोधन 

महाप्रबंधक महोदय ने अपने संबोधन भाषण में चिरेका के ग क्षेत्र में होने के बावजूद राजभाषा प्रयोग-प्रसार के लिए निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि राजभाषा प्रयोग-प्रसार के लिए हमने बहुत कुछ किया है तथापि राजभाषा को पूर्ण रूप से अपनाने का सपना साकार करने के लिए अभी काफी फासला तय करना बाकी है। हम सबका कर्तव्य है कि राजभाषा प्रयोग-प्रसार के लिए निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हम एकजुटता से कार्य करें। हमें कर्मचारियों को हिन्दी में अधिक से अधिक कार्य करने हेतु प्रोत्साहित करना चाहिए।

महाप्रबंधक महोदय ने निम्नलिखित सुझाव दिए :-

  1. ऑन-लाइन पुस्तकालय बनाने हेतु प्रयास किए जाएं जिससे पुस्तक को कंप्यूटर पर ऑन-लाइन खोलकर पढ़ा जा सकता है।
  2. चिरेका में सभी कंप्यूटरों में हिन्दी में काम करने की सुविधा सुनिश्चित की जाए।
  3. ई-ऑफिस के माध्यम से हिन्दी में काम करने की संभावनाओं को देखा जाए। यदि ऐसा हो सकता है तो दौरा कार्यक्रम, छुट्टी आदि का आवेदन इसके माध्यम से किया जाए।
  4. प्रत्येक तिमाही में हिन्दी में प्रशंसनीय कार्य करने वाले कर्मचारियों को ई-प्रमाण-पत्र देने पर विचार किया जाए।
  5. हिन्दी में प्रशंसनीय कार्य करने वाले कर्मचारियों के नाम, प्रमाण-पत्र आदि को चिरेका काऱखाना से अंदर-बाहर निकलने वाले गेट पर रोलिंग डिस्प्ले बोर्ड लगाकर प्रदर्शित किया जाए। 
  6. चिरेका कारखाना तथा चित्तरंजन नगरी में प्रदर्शित सूचना, नाम बोर्डों को सही वर्तनी के साथ द्विभाषी रूप में प्रदर्शित किया जाए।          

    इसके बाद राजभाषा अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के उपरांत बैठक सम्पन्न हुई।

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चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दिनांक 09.09.2020 को आयोजित 141वीं बैठक का कार्यवृत्त

 

महाप्रबंधक/चिरेका की अध्यक्षता में चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 141वीं बैठक दिनांक 09.09.2020 को 12.00 बजे प्रशासन भवन सभाकक्ष में आयोजित की गई। कोरोना महामारी के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठक में महाप्रबंधक महोदय के अलावा केवल प्रधान विभागाध्यक्षों ने ही भाग लिया। शेष अधिकारियों ने विडियो कॉनफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया। राजभाषा अधिकारी डॉ. मधुसूदन दत्त ने समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया और कार्यवाही प्रारंभ की।

सर्वप्रथम महाप्रबंधक ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया तथा दीप प्रज्वलित कर राजभाषा पखवाड़ा 2020-21 का शुभारंभ किया।

141.1   मुराधि का संबोधन                              

मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान वित्त सलाहकार श्री रविज सेठ ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि चिरेका में आज से राजभाषा पखवाड़ा 2020-21 का शुभारंभ हो रहा है। 14 सितम्बर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने इस दिन संविधान सभा द्वारा हिन्दी को राजभाषा के रूप में अपनाए जाने की बात दोहराई।  साथ ही उन्होंने आसनसोल-बर्नपुर नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति का सदस्य बनने के बाद चिरेका की ओर से प्रथम बार बैठक में भाग लेने के बारे में जानकारी दी तथा इस बैठक में राजभाषा विषयक गतिविधियों के निष्पादन की दृष्टि से प्रथम 05 सर्वश्रेष्ठ संस्थानों की तैयार की गई सूची में चिरेका के प्रथम स्थान पर होने के बारे में समिति को बताया। सभी सदस्यों ने इस पर अपनी प्रसन्नता जाहिर की। मुराधि ने सभी से राजभाषा पखवाड़े के दौरान आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिताओं तथा कार्यक्रमों में भाग लेने का अनुरोध किया।

141.2    निर्धारित प्रयोजनों में हिंदी-अंग्रेजी का प्रयोग

141.2.1  धारा 3(3) का अनुपालन

मार्च, 20 एवं जून, 20 की तिमाही के दौरान क्रमशः 1502 एवं 1234 प्रलेख द्विभाषी में जारी किए गए । निष्पादन प्रतिशत 100% रहा है । राधि ने कहा कि आगे भी द्विभाषी दस्तावेजों के निष्पादन का यह प्रतिशत बनाए रखा जाए ।  (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)    

 141.2.2  हिंदी  में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में

मार्च, 20 तिमाही में कुल 248 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें से 90 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया। शेष 158 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। इसी प्रकार जून ,20 तिमाही में कुल 134 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें 44 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया। शेष 90 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। राधि ने कहा कि हिंदी में प्राप्त पत्रों का हिंदी में उत्तर देने का शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त है। आशा है इस लक्ष्य को बनाए रखने का प्रयास आगे भी जारी रहेगा ।

                                                    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

141.2.3  मूल पत्राचार

चिरेका "ग" क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। हिंदी में मूल पत्राचार का लक्ष्य 55% है। राधि ने कहा कि मार्च में समाप्त तिमाही में हमने लक्ष्य से कुछ अधिक पत्राचार किया है, फिर भी सभी से अनुरोध किया जाता है कि इस मद में और अधिक सुधार करने का यथासंभव प्रयास किया जाए।

                    (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

141.3   रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष / फाइल कवरों पर विषय आदि

चिरेका के विभागों में प्रयुक्त रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष /फाइल कवरों पर विषय आदि शत-प्रतिशत द्विभाषी में हैं । राधि ने कहा कि जब भी कोई नई फाइल खोली जाए तो उस पर विषय आदि प्रारंभ में ही द्विभाषी रूप में लिख दिया जाए। (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)                                     

141.4    रबड़ की मोहरें/धातु सीलें/नामपट्ट/सूचना बोर्ड तथा दीवारों/फर्नीचरों/उपकरणों आदि पर द्विभाषी अंकन

चिरेका के सभी विभागों में प्रयुक्त रबड़ की मोहरें/धातु सीलें द्विभाषी हैं। नाम पट्ट/सूचना बोर्ड  त्रिभाषी हैं तथा दीवारों/ फर्नीचर/उपकरणों आदि पर अंकन द्विभाषी हैं।                                                      

141.5    हिंदी में प्रशिक्षण

वर्तमान सत्र जनवरी-जून, 2020 में कुल 75 ( प्रवीण-54, प्राज्ञ-20 एवं पारंगत-01 ) कर्मचारी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। लॉक डाउन की वजह से सभी प्रशिक्षण अभी तक स्थगित हैं। मई माह में आयोजित होने वाली परीक्षा नहीं हो पाई है जिसके कारण वर्तमान सत्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कर्मचारी परीक्षा नहीं दे पाए हैं।  इसी प्रकार हिन्दी टंकण में प्रशिक्षणाधीन कर्मचारी भी लॉक डाउन की वजह से फॉर्म नहीं भर पाए हैं। परिस्थितियां अकूल होने पर इन सबके प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।

 (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी)

141.6   छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करना.

राधि ने कहा कि छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करने के लिए कर्मचारियों को प्रेरित किया जाता है। कारखाना कार्यालय, भंडार कार्यालय एवं महाप्रबंधक कार्य़ालय में ड्यूटी पास हिंदी में जारी किए जाते हैं। कार्मिक विभाग द्वारा चिरेका में जारी किए जाने वाले कार्ड पास हिन्दी में जारी किए जाने का कार्य प्रारंभ किया गया है।                         (कार्रवाई – प्रमुकाधि, उप मुकाधि/कारखाना, संपर्क अधिकारी)

  1. वेबसाइट

राजभाषा विभाग द्वारा विभिन्न विभागों से प्राप्त वेबसाइट विषयक सामग्री का अनुवाद हिंदी में किया जाता है । राधि ने कहा कि सभी विभाग अपने विभाग की वेबसाइट के द्विभाषीकरण हेतु आवश्यक कार्रवाई करें। अगर किसी विभाग की वेबसाइट सिर्फ अंग्रेजी में है तो उसके अनुवाद हेतु राजभाषा विभाग से सहायता ली जाए।

  (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/संपर्क अधिकारी)

141.8   पुस्तकालय

चिरेका में कुल 14 हिंदी पुस्तकालय अवस्थित हैं। महाप्रबंधक के निदेशानुसार प्रशासन भवन स्थित तुलसीदास हिन्दी पुस्तकालय को सामान्य पुस्तकालय में परिवर्तित कर दिया गया है तथा अब यह पुस्तकालय उप महाप्रबंधक के अधीन (स्वामित्व में) है। इसमें हिन्दी के अलावा, बंगला एवं अंग्रेजी पुस्तकें भी उपलब्ध हैं। इस पुस्तकालय को 11.30 मिनट से 18.30 बजे तक खोला जा रहा है ताकि चिरेका में कार्यरत विभिन्न भाषा-भाषी कर्मचारी तथा उनके परिवार के सदस्य इसका लाभ उठा सकें। राधि ने सभी अधिकारियों से अपने-अपने विभाग में स्थित पुस्तकालयों पर अधिक ध्यान देने पर बल दिया।    ( कार्रवाईः संबंधित विभाग )           

141.भर्ती/विभागीय परीक्षाओं में हिंदी का वैकल्पिक माध्यम

रेलवे बोर्ड के अनुसार विभागीय परीक्षाओं में पूर्णांक का 10% प्रश्न राजभाषा संबंधी होना चाहिए। साथ ही भर्ती विभागीय परीक्षाओं में हिंदी के वैकल्पिक माध्यम की सुविधा अवश्य होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि सभी विभागों को राजभाषा विषयक प्रश्नों की एक प्रश्नावली उत्तर के साथ उपलब्ध करवाई गई है।

                                                                                 (कार्रवाई – सभी संपर्क अधिकारी)

141.10  प्रोत्साहन  योजनाएं

राधि ने चिरेका में लागू प्रोत्साहन योजनाओं का सभी को लाभ उठाने पर बल दिया। प्रोत्साहन योजनाओं से संबंधित जानकारी फिर से सभी अधिकारियों को ई-मेल पर उपलब्ध करवाई गई है।

                                                                              (कार्रवाई – सभी संपर्क अधिकारी)

141.11  महाप्रबंधक का संबोधन 

महाप्रबंधक महोदय ने अपने संबोधन भाषण में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक में चिरेका में राजभाषा विषयक गतिविधियों के निष्पादन की दृष्टि से प्रथम 05 सर्वश्रेष्ठ संस्थानों की सूची में प्रथम स्थान पर होने के लिए सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माताओं ने राजभाषा को लेकर जो सपना देखा था, उसे पूरा करने का दायित्व हम सभी का है। इसे पूरा करने के लिए हमें हिन्दी को अपने कार्य, पत्राचार एवं जन संवाद की भाषा के रूप में अंगीकार करना होगा।

          महाप्रबंधक महोदय ने निदेश दिया कि चिरेका में जितने भी कंप्यूटर उपयोग में लाए जा रहे हैं, उन सभी में हिन्दी में काम करने की सुविधा सुनिश्चित की जाए।। साथ ही कोरोना महामारी के दौरान भी हम सभी को विडियो कॉनफ्रेंसिंग तथा वेबेक्स के माध्यम से काम करना चाहिए।  

            इसके बाद राजभाषा अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के उपरांत बैठक सम्पन्न हुई।

चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दिनांक 24.06.2020 को आयोजित 140वीं बैठक का कार्यवृत्त

 

महाप्रबंधक/चिरेका की अध्यक्षता में चिरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 140वीं बैठक दिनांक 24.06.2020 को 12.00 बजे प्रशासन भवन सभाकक्ष में आयोजित की गई। कोरोना महामारी के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठक में महाप्रबंधक महोदय के अलावा केवल प्रधान विभागाध्यक्षों ने ही भाग लिया। शेष अधिकारियों ने विडियो कॉनफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया। राजभाषा अधिकारी डॉ. मधुसूदन दत्त ने समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया और कार्यवाही प्रारंभ की।

उक्त बैठक के प्रारंभ में महाप्रबंधक महोदय ने पिछली तिमाही के दौरान हिंदी में प्रशंसनीय काम करने वाले पाँच कर्मचारियों को नक़द पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किया। तत्पश्चात् महाप्रबंधक महोदय ने प्रशासन भवन में स्थित हिन्दी पुस्तकालय को परिवर्तित कर बनाए गए सामान्य पुस्तकालय का ई-शुभारंभ किया।

 

140.1   मुराधि का संबोधन

                               

मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान वित्त सलाहकार श्री रविज सेठ ने बैठक को संबोधित करते हुए कहाकि कोरोना के कारण हुए लॉक-डाउन के फलस्वरूप अन्य कार्यों के साथ-साथ राजभाषा के कार्यों में भी बाधा आई है। लेकिन हम सब फिर से एक बार अपने कार्यक्षेत्र में सक्रिय हो रहे हैं।  उन्होंने राजभाषा हिन्दी को एकता के सूत्र में जोड़ने वाली भाषा बताते हुए सभी को एक बार फिर से एकजुट होकर इसके प्रयोग प्रसार को बढ़ाने पर बल दिया। अंत में उन्होंने सभी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों का उत्साहवर्धन करते रहें ताकि चिरेका  में राजभाषा का प्रवाहदोबारानिरंतर गति से आगे बढ़ता रहे।

 

140.2  निर्धारित प्रयोजनों में हिंदी-अंग्रेजी का प्रयोग

140.2.1  धारा 3(3) का अनुपालन

 

दिसम्बर,2019 एवं मार्च’2020 की तिमाही के दौरान क्रमशः 1800 एवं 1502 प्रलेख द्विभाषी में जारी किए गए । निष्पादन प्रतिशत 100% रहा है । राधि ने कहा कि आगे भी द्विभाषी दस्तावेजों के निष्पादन का यहप्रतिशत बनाए रखा जाए ।          (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/ नामित अधिकारी)

 

140.2.2  हिंदी  में प्राप्त पत्रों के उत्तर हिंदी में

 

दिसम्बर,19 तिमाही में कुल 151 पत्र हिंदी में प्राप्त हुएजिनमें 79 पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया। शेष 72 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे।इसी प्रकार मार्च,20 तिमाही में कुल 248 पत्र हिंदी में प्राप्त हुए जिनमें से 90पत्रों का हिंदी में उत्तर दिया गया। शेष 158 पत्रों के उत्तर अपेक्षित नहीं थे। राधि ने कहा कि हिंदी में प्राप्त पत्रों का हिंदी में उत्तर देने का शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त है। आशा है इस लक्ष्य को बनाए रखने काप्रयास आगे भी जारी रहेगा ।                 (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

                

140.2.3  मूल पत्राचार

 

चिरेका "ग" क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। हिंदी में मूल पत्राचार का लक्ष्य 55% है। राधि ने कहा कि मार्च में समाप्त तिमाही में हमने लक्ष्य से कुछ अधिक पत्राचार किया है, फिर भी सभीसे अनुरोध किया जाता है कि इस मद में और अधिक सुधार करने का यथासंभव प्रयास किया जाए।

                                    (कार्रवाई –संबंधित विभागाध्यक्ष /नामित अधिकारी)

140.3रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष / फाइल कवरों पर विषय आदि

 

चिरेका के विभागों में प्रयुक्त रजिस्टरों/डायरियों के शीर्ष /फाइल कवरों पर विषय आदि शत-प्रतिशत द्विभाषी में हैं । राधि ने कहा कि जब भी कोई नई फाइल खोली जाए तो उस पर विषय आदि प्रारंभ में ही द्विभाषी रूप में लिख दिया जाए।(कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/नामित अधिकारी)

 

140.4    रबड़ की मोहरें/धातु सीलें/नामपट्ट/सूचना बोर्ड तथा दीवारों/फर्नीचरों/उपकरणों आदि पर द्विभाषी अंकन

 

चिरेका के सभी विभागों में प्रयुक्त रबड़ की मोहरें/धातु सीलें द्विभाषी हैं। नाम पट्ट/सूचना बोर्ड  त्रिभाषी हैं तथा दीवारों/ फर्नीचर/उपकरणों आदि पर द्विभाषी अंकित हैं।                                                   

 

140.5 हिंदी में प्रशिक्षण

वर्तमान सत्र जनवरी-जून, 2020में कुल 75 ( प्रवीण-54, प्राज्ञ-20 एवं पारंगत-01 ) कर्मचारी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। लॉक डाउन की वजह से मई माह में आयोजित होने वाली परीक्षा स्थगित की गई है जिसके कारण वर्तमान सत्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कर्मचारी परीक्षा नहीं दे पाए हैं।  मुख्य राजभाषा अधिकारी ने हिन्दी टंकण और हिन्दी आशुलिपि में प्रशिक्षण प्राप्त कर्मचारियों से अधिक से अधिक काम हिन्दी में लेने पर बल दिया।        

                                                              (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/राधि/ नामित अधिकारी)            

140.6   छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुत करना.

 

राधि ने कहा कि छुट्टी/पास/पीटीओ/अग्रिम आदि के आवेदन हिंदी में प्रस्तुतकरने के लिए कर्मचारियों को प्रेरित किया जाता है। कारखाना कार्यालय, भंडार कार्यालय एवं महाप्रबंधक कार्य़ालय में ड्यूटी पास हिंदी में जारी किए जाते हैं। कार्मिक विभाग को निदेश दिया गया है कि चिरेका में जारी किए जाने वाले कार्ड आवश्यक रूप से हिन्दी में या द्विभाषी रूप में जारी किए जाएं।

                                                (कार्रवाई –प्रमुकाधि, उप मुकाधि/कारखाना, संपर्क अधिकारी)

140.7   वेबसाइट

 

राजभाषा विभाग द्वारा विभिन्न विभागों से प्राप्त वेबसाइट संबंधी विषयों का हिंदी में अनुवाद किया जाता है । राधि ने कहा कि सभी विभाग अपने विभाग की वेबसाइट के द्विभाषीकरण हेतु आवश्यक कार्रवाई करें । अगर किसी विभाग की वेबसाइट सिर्फ अंग्रेजी में है तो उसके अनुवाद हेतु राजभाषा विभाग से सहायता ली जाए।

                     (कार्रवाई – संबंधित विभागाध्यक्ष/संपर्क अधिकारी)

140.8 पुस्तकालय

 

चिरेका मेंकुल 14 हिंदी पुस्तकालय अवस्थित हैं। वर्ष 2019-20 के लिए नई पुस्तकों की खरीद हेतु प्रक्रिया जारी है। महाप्रबंधक महोदय के निदेशानुसार प्रशासन भवन में स्थित हिन्दी पुस्तकालय को सामान्य पुस्तकालय के रूप में परिवर्तित किया गया है। इसमें हिन्दी के अलावा, बंगला एवं अंग्रेजी पुस्तकें भी उपलब्ध कराई गई हैं। इस पुस्तकालय को 11.30 मिनट से 18.30 बजे तक खोला जा रहा है ताकि चिरेका में कार्यरत विभिन्न भाषा-भाषी कर्मचारी तथा उनके परिवार के सदस्य इसका लाभ उठा सकें। साथ ही राधि ने सभी अधिकारियों से अपने-अपने विभाग में स्थित पुस्तकालयों पर अधिक ध्यान देने पर बल दिया।                                   

( कार्रवाईः उप महाप्रबंधक )

 

140.9  भर्ती/विभागीय परीक्षाओं में हिंदी का वैकल्पिक माध्यम

 

रेलवे बोर्ड के अनुसार विभागीय परीक्षाओं में पूर्णांक का 10% प्रश्न राजभाषा संबंधी होना चाहिए।साथ ही भर्ती विभागीय परीक्षाओं में हिंदी के वैकल्पिक माध्यम की सुविधा अवश्य होनी चाहिए। महाप्रबंधक महोदय के आदेशानुसार राजभाषा से संबंधित प्रश्नों का एक प्रश्न बैंक बनाकर सभी अधिकारियों को उपलब्ध करवा दिया गया है।

                                                                                    (कार्रवाई –सभी संपर्क अधिकारी)

 

 

140.10  प्रोत्साहन  योजनाएं

 

राधि ने चिरेका में लागू प्रोत्साहन योजनाओं का सभी को लाभ उठाने पर बल दिया। महाप्रबंधक महोदय के आदेशानुसार प्रोत्साहन योजनाओं से संबंधित जानकारी फिर से सभी अधिकारियों को उपलब्ध करवाई गई है।

                                                                                              (कार्रवाई –सभी संपर्क अधिकारी)

 

140.12  महाप्रबंधक का संबोधन

 

महाप्रबंधक महोदय ने अपने संबोधन भाषण में राजभाषा हिन्दी का व्यापक प्रयोग प्रसार करने पर बल देते हुए कहा कि सराकर की कल्याणकारी योजनाएं तभी प्रभावी बन सकती है जब उनकी जानकारी आम जन तक उनकी भाषा में पहुँचे और यह भाषा हिन्दी ही है। इसलिए हम सबका यह नैतिक दायित्व है कि राजभाषा की गरिमा को बनाए रखते हुए हम सब अपना योगदान निरंतर बनाए रखें। उन्होंने सरकारी कार्यालयों में ई-ऑफिस को अपनाने पर विशेष बल दिया। महाप्रबंधक महोदय द्वारा निम्न सुझाव/निर्देश दिए गए :-

1.    सभी पुस्तकालयों में उपलब्ध हिन्दी पुस्तकों की सूची राजभाषा के वेबसाइट पर डाली जाए।

2.    प्रकाशकों से ई-पुस्तकों के बारे में जानकारी ली जाए। यदि ई-पुस्तकें उपलब्ध होती हैं तो इन्हें भी पुस्तकालयों में रखा जाए।

3.    पुस्तकालयों में हर सप्ताह कितनी पुस्तकें एवं पत्रिकाएं जारी होती हैं, इसका विवरण रखा जाए।

4.    अधिकारी क्लब में उपलब्ध हिन्दी पुस्तकालय का कार्य देखने के लिए एक अंशकालिक पुस्तकाध्यक्ष बनाया जाए।

5.    राकास की अगली बैठक में सभी विभाग हिन्दी में 05 मिनट की एक प्रस्तुति देंगे।

 

इसके बाद राजभाषा अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के उपरांत बैठक सम्पन्न हुई।

 



Source : Welcome to CLW Official Website ! CMS Team Last Reviewed on: 22-05-2023  

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